बिलासपुर— ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट में डाले जाने के निकाय मंत्री के बयान की कांग्रेस नेताओं ने निंदा की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि निकाय मंत्री ने ऐसा वेतनभोगी इंजीनियरों को बचाने के लिए कहा है।
मालूम हो कि रविवार को छत्तीसगढ़ भवन में निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने नगर निगम के अधिकारियो की बैठक में ऐसे ठेकेदारों को जो समय पर काम नहीं पूरा करते या उनके काम में गुणवत्ता की कमी है को ब्लैक लिस्ट में डाले जाने को कहा । मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने विरोध जाहिर किया है। कड़ी आपत्ती करते हुए कांग्रेस नेताओं ने मंत्री पर वेतनभोगी इंजीनियरों को बचाने का आरोप लगाया है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पीसीसी महामंत्री अटल श्रीवास्तव ,शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर और नेता प्रतिपक्ष शेख नाजिरुद्दीन ने बताया कि निकाय मंत्री इसके पूर्व भी सार्वजनिक रूप से कार्यवाही की बात कर चुके है। लेकिन हमेशा कार्यवाही से बचते रहे है | उच्चन्यायालय के आदेश को शासन ने ढंडे बस्ते में डाल दिया है। भ्रष्ट अधिकारियो को अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर बचाया जा रहा है।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में जितने भी काम हुए उसका आकलन आकलन ,इंजिनियर करते है। फाइनल रिपोर्ट जमा करने के बाद ही बिल जारी किया जाता है। ऐसे में केवल ठेकेदारों पर कार्यवाही की बात न्याय संगत नही है। भ्रष्ट अधिकारियो पर गुणवता विहीन निर्माण करने वाले ठेकेदोरो को ब्लेक लिस्टेड कर उच्च न्यायलय के आदेश पर अमल करना चाहिए | मंत्री का इस प्रकार कहना कि बड़े ठेकेदार को ही काम दिया जाये…सरासर गलत और आपत्तिजनक है। छोटे ठेकेदारों का मनोबल और विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाना है ?
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बिलासपुर में आज तक जितने भी विकास की योजनाये है सबके सब भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गए। करोड़ो रूपये अरपा नदी में बह गए…बिलासपुर के हिस्से में केवल टूटी हुई नाली,गडढे.जर्जर सड़कें ,अपूर्ण सीवरेज ही नसीब हुए हैं। इसके बाद भी मंत्री अपने कर्तव्य से हटकर भ्रष्ट अधिकारियो को केवल चेतावनी देकर संतुष्ट होना समझ से परे है |