आई जी दरबार पहुंचे फरियादी

बिलासपुर—- बिलासपुर के आई जी तिराहा के पास 11 जुलाई की रात आशोक विरवानी ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए श्रीनिवास राव और शैलेन्द्र मिश्रा को कुचल दिया था। शैलेन्द्र मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई थी । और घायल श्रीनिवास राव को गंभीर अवस्था मे अपोलो हास्पिटल दाखिल कराया गया था। 12 जुलाई को उपचार के दौरान दम तोड दिया था । दुर्धटना को तीन सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है
मामले मे सिविल लाईन पुलिस ने वाहन को जप्त कर लिया है। आरोपी आकाश विरवानी अब भी पुलिस की पकड से कोसो दूर है । हिट एंड रन के इस मामले मे सिविल लाईन पुलिस की कार्यशैली पीडित परिवार की समझ से परे है। घटना को अंजाम देने वाली वाहन क्रमाक सीजी 04– 7777 तो पुलिस के कब्जे मे है। आरोपी पुलिस के हत्थे नही चढ रहा है। पुलिस की जांच से मायूस परिवार ने आज आईजी पवन देव के सामने न्याय की गुहार लगाई है।
मृतक श्रीनिवास राव के बुजुर्ग माता पिता ने इंसाफ की आस मे आईजी पवन से मुलाकात करके कहा की आकाश विरवानी रसूखदार परिवार से तालुक रखता है। जिसके कारण यह परिवार अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए जांच को प्रभावित कर रहा है । मामले मे पुलिस कोई कार्रवाई नही कर रही है ।
पीडित परिवार ने आईजी पवन देव से कहा की मामले मे हस्तक्षेप करते हुए आकाश विरवानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 भाग दो का अपराध दर्ज कर पुरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की है । पूरे मामले मे आईजी पवन देव ने पीडित माता पिता को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए जल्द आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वान दिया है।