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गायों की मौत:वेटनरी डाक्टरों का डेपुटेशन भी जिम्मेदार-जोगी काँग्रेस

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jcc1रायपुरजनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया विभाग के चेयरमेन एवं मध्यप्रदेश के पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने प्रदेश के पशुपालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का ध्यान उनके इजराईल प्रवास के समय हुई गौशालाओं में गायों की गैर इरादतन हत्याओं की ओर आकर्षित करते हुए कहा है कि यह एक अक्षम्य गंभीर हत्याकांड है जिसके लिए गौशाला संचालको के साथ साथ पशुपालन विभाग भी इस लापरवाही एवं घटित अपराध में संलिप्त है । दोषी एवं लापरवाह व्यक्तियों को निलंबित किया जाना समुचित दंड नहीं है। ऐसे दंड भययुक्त होना चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की सुनियोजित जघन्य गौहत्याओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। 

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                        रिजवी ने कहा है कि ऐसीे अमानवीय गौहत्याओं के लिए विभागीय लापरवाही भी जिम्मेदार है तथा दोषी भी है। विभाग में पशुचिकित्सको की संख्या में कमी होने के बावजूद सरकारी एवं दलीय रसूखदारों की शिफारिश पर अन्य मलाईदार विभागों में बड़ी संख्या में विभाग द्वारा पशुचिकित्सकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।

                          विभाग मे पशुचिकित्सको की कमी के कारण गौशालाओं मे तथा गौचिकित्सालयों में पशुओ को उचित ईलाज एवं समुचित दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है।रिजवी ने विभाग के प्रतिनियुक्ति पर अन्यत्र पदस्थ सभी पशुचिकित्सको की प्रतिनियुक्ति को तत्काल रदद कर उन्हें पशुपालन विभाग में वापस लेकर गौशालाओं एवं पशुऔशधालयों में पदस्थ किये जाने को वक्त का तकाजा निरूपित किया है।

                       इस प्रक्रिया में सभी प्रकार की शिफारिशो को कड़ाई से दर किनार करना उपयुक्त होगा। कई पशुचिकित्सक 8-10 साल से प्रतिनियुक्ति पर मूल पद की पात्रता के विपरित किसी अज्ञात कारणवश अवैध रूप से पदस्थ रखे गये है।

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