बिलासपुर।प्रदेश में शिक्षाकर्मियों की मांगों को लेकर हर महीने कुछ न कुछ मांगों को लेकर होता हुआ बवाल अब शांत होता नहीं दिख रहा है। शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले आज छत्तीसगढ़ के सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना रैली निकाली गई और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। पूरे प्रदेश में इस धरना, रैली प्रदर्शन में वर्ग 3 के शिक्षकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।शिक्षा कर्मीयो ने अपनी मांगे मनवाने के लिए फेडरेशन के बैनर तले किया यह एक दिवसी धरना रैली प्रदर्शन काफी हद तक सफल बताया जा रहा है। खासकर राजनांदगांव में काफी भीड़ रही है।सहायक शिक्षक पंचायत फेडरेशन इससे पहले रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। उसके बाद जिला स्तरीय प्रदर्शन आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में हुआ। उसके बाद रायपुर के मंच से की गई घोषणा के अनुसार शिक्षा कर्मी अब शिक्षक दिवस से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर जाने वाले है।
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रायपुर निर्वाचन कार्यालय के आदेश के मुताबिक सामूहिक छुट्टी के लिए जो सहायक शिक्षक फेडरेशन की ओर से 28 तारीख को एक दिन की छुट्टी के लिए ज्ञापन दिया गया था। उसे रद्द कर दिया गया उसके बावजूद भी आज सहायक शिक्षक आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिये है। इससे साफ संकेत है कि अब सहायक शिक्षक पंचायत अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गये है।
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उधर सहायक शिक्षक फेडरेशन की ओर से सोशल मीडिया बजारी एक मैसेज में यह लिखा गया है कि जो भी अधिकारी सहायक शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही करेगा सहायक शिक्षक फेडरेशन पूरे जोर-शोर से उस अधिकारी और कार्यालय का विरोध करेंगे और तालाबंदी की जाएगी। सहायक शिक्षक के वायरल मैसेज में यह भी कहा गया है कि सहायक शिक्षक अब घबराए नही फेडरेशन ओर से उन्हें हर कानूनी सहायता दी जाएगी।
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चुनाव का वक्त में निर्वाचन के कार्य महत्वपूर्ण है। अधिकारी-कर्मचारी कहीं ना कहीं निर्वाचन कार्य लगे हुए हैं। कइयों की ड्यूटी लगाई गई है। पंचायत सहायक शिक्षको की संख्या प्रदेश में एक लाख से अधिक है। यदि ये हड़ताल में जाते हैं राज्य निर्वाचन आयोग के सामने एक बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। अब देखना यह होगा शासन क्या कार्यवाही करती है..? क्या शासन मोर्चे के आंदोलन के दौरान हुई कार्यवाहियों को दोहराती है या कोई बीच का रास्ता निकालती है.
क्योंकि छत्तीसगढ़ में 8 साल से अधिक शिक्षाकर्मी की सेवा कर चुके कर्मचारियों का संविलियन हो चुका है इसमें वर्ग 3 के शिक्षकों की संख्या बहुत अधिक है अब संविदा शिक्षक शासकीय सेवक है और ऐसे में शासकीय सेवक कहीं निर्वाचन से जुड़े कार्यों में लापरवाही बरतते हैं विभाग क्या कार्यवाही करेगा यह देखने वाली बात होगी.
सहायक शिक्षक फेडरेशन के संचालक शिव सारथी ने बताया की वर्ग तीन के वेतन विसंगति सहित सूत्रीय मांगों मुद्दों पर हमारी मांगे जायज है। हम शांतिमय वातवरण में आंदोलन की राह थामे हुए है।आज का आन्दोलन प्रदेश स्तर पर सफल रहा है।उन्होंने ने बताया कि शिक्षक फेडरेशन की ओर से कोई भी अधिकृत ऐसा मैसेज जारी नहीं किया गया है जिसमें आंदोलनरत कर्मचारियों पर कार्यवाही करने वाले अधिकारियों के संस्थानों में तालाबंदी आंदोलन किया जाएगा नहीं जिसमें अगर कार्यवाही होती है तो फेडरेशन की ओर से कानूनी मदद की जाएगी ऐसा कोई अधिकृत मैसेज नहीं जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि फेडरेशन की ओर से एक अनुशासन समिति गठित की गई है और सभी फेडरेशन से जुड़े सहायक शिक्षकों को संयम और शांति बनाए रखने की अपील की है।