आईबोक का सुप्रीम अदालत से गुहार..8 फरवरी को स्थगित करें लोक अदालत ..न्याय के लिए IBA के खिलाफ छेड़ा है जंग

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनिंयस ने आईबीए के अड़ियल रूक को लेकर सख्त एतराज जाहिर किया है। बैंकरों ने एर बार फिर सड़क पर उतरने का एलान किया है। 
 
यूएफबीओं बिलासपुर संयोजक वरिष्ठ प्रबंधक ललित अग्रवाल ने कहा कि आबीए के अड़ियल रूख को देखते हुए एक बार फिर सड़क पर उतरकर सभी बैंकर अपनी ताकत और एकता को दिखाएंगे। ललित अग्रवाल ने बताया कि आईबीए ने 1 नवम्बर 2017 से देय 11वे वेतन समझौते को पूर्ण करने के बजाय जनता को गुमराह  कर रहा  है। सच्चाई यह हैं कि 28 माह से अधिक समय मे  बैंक  कर्मचारियों के  संगठन के  साथ  28  दौर  की  वार्ता  हो चुकी है। आईबीए ने कुल व्यय में  मूल वेतन में केवल 2% बढ़ोतरी ही प्रस्तावित हैं।
 
            आइबोक के महासचिव ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महोदय को पत्र लिखकर  8 फरवरी 2020 की लोक अदालत को स्थगित करने का निवेदन किया हैं। पत्र में मुख्य न्यायाधीश को अवगत कराया गया हैं कि जायज मांगों को माना जाए। सम्मानजनक वेतन वृद्धि, पांच दिनों का कार्यसप्ताह,  निर्धारित कार्यावधि, पेंशन और फैमली पेंशन में सुधार पर ध्यान नही दिए जाने के कारण ही 20 जनवरी से आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होना पड़ा है।
  
               ललित ने बताया कि आगामी 11,12, 13 मार्च को तीन दिनों के लिए और  1 अप्रेल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को आईबीए मजबूर कर रहा है।  वर्क टू रूल चालू रहने के कारण  देश के चार लाख बैंक अधिकारी  प्रबंधन से अतिरिक्त सहयोग वापस लेते हुए अवकाश पर कार्य नही करने का निर्णय लिए हैं। चूंकि लोक अदालत भी द्वितीय शनिवार अवकाश को ही हैं। इसलिए न्यायालय और देश के सविंधान का आदर और सम्मान करते हुए मुख्य न्यायाधीश से निवेदन आइबोक महासचिव ने लोकअदालत की तारीख को स्थगित किए जाने का निवेदन किया है। 
 
               ललित अग्रवाल ने बताया कि गुरूवार को दिनभर जनसेवा के बाद शाम 6 बजे से बड़ी संख्या में बैंकर्स पंजाब नैशनल बैंक दयालबंद शाखा के सामने एकत्रित हुए और आईबीए के अड़ियल रूख और मांग को लेकर विचार प्रकट किया है। सभा मे केंद्रीय सरकार से भारतीय जीवन बीमा निगम के निजीकरण के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की गई है।
 
        प्रदर्शन में शैलेन्द्र गोवर्धन,एनवी राव, डी के हाटी,  जितेंद्र शुक्ला, अशोक ठाकुर, मनोज मिरी,  प्रहलाद अग्रवाल, दीपा टण्डन, सोनालिका मिश्रा समेत बड़ी संख्या में हड़ताली कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित रहे। प्रदर्शनकारियों ने आगामी 11,12 व 13 को एक बार फिर हड़ताल से 6 दिनों तक लगातार बैंक बंद रहने से आम जनता को होने वाली असुविधाओं के लिए खेद जाहिर किया।
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