बिलासपुर—छत्तीसगढ़ की तर्ज़ पर ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमिटी की भी घोषणा पत्र तैयार होगा। प्रादेशिक जरूरतों और स्थितियों के हिसाब से थोड़ा बहुत परिवर्तन छोड़ दें तो ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधानसभा चुनाव छत्तीसग़ढ़ घोषणा पत्र को सामने कर लड़ेगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव पंकज सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में छत्तीसगढ़ का घोषणा पत्र को रखा गया। लोगों ने घोषणा की जमकर प्रशंसा की है।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में ओडिशा कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई। मालूम हो कि ओडिशा विधानसभा चुनाव सिर पर है। राष्ट्रीय कांग्रेस नेतृत्व का निर्देश है कि छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश और राजस्थान के बाद अब ओडिशा में भी कांग्रेस की सरकार को बनाना है। इस बात के मद्देनजर राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ पंचायत एवं ग्रामीण विकास,स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि ओडिशा में छत्तीसगढ़ में तैयार किए गए घोषणा पत्र की तर्ज पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस की टीम ओडिशा कांग्रेस कमेटी की भी घोषणा पत्र तैयार करने में मदद करे। ओडिशा में सरकार बनने के बाद अमल में तत्काल लाया जा सके।
पंकज सिंह की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक टीम ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित बैठक में शिरकत की। इस दौरान छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के सचिव पंकज सिंह और एआईसीसी डाटा एनालिटिक्स एन्ड रिसर्च डिपार्टमेंट जॉइंट को-ऑर्डिनेटर आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सामने छत्तीसग़ढ़ घोषणा पत्र का पावर प्रजेन्टेशन किया। दोनों ने पावर प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि हो सकता है कि स्थानीय और भौगोलिक जरूरतों के साथ छत्तीसगढ़ के घोषणा पत्र में ओडिशा के सन्दर्भ में थोड़ा बहुत हेरफेर किया जा सकता है। अन्यथा छत्तीसगढ़ का घोषणा पत्र भारत के सभी राज्यों में अनुकरणीय है। घोषणा पत्र सरकारी और गैरसरकारी समेत सभी वर्गों, किसानों,मजदूरों,पत्रकारों.व्यापारियों,संगठित असंगठित मजदूरों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। मजेदार बात है कि घोषणा पत्र पर सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री ने ना केवल अमल में लाया। बल्कि लोगों ने हाथों हाथ लिया है।
आदित्येश्वर शरण और पंकज ने उपस्थित लोगों को बताया कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी कमोबेश यही घोषणा पत्र लागू किया गया है। सरकार बनने से पहले तीनों राज्यों में कांग्रेस की टीम ने मेहनत की। मेहनत के बाद कुछ ऐसे मुद्दों और जरूरतों को ध्यान रखा गया। जिससे आम जनजीवन का गहरा नाता है। चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या कृषि का सभी क्षेत्र को घोषणा पत्र में समाहित किया गया। जैसे किसानों का कर्ज माफ..बिजली बिल हाफ की घोषणा से भाजपा सरकार को उखा़ड़ फेंकने में सफलता मिली है।
पंकज ने बताया कि बैठक में लोगों ने पावर प्रजेन्टेशन के बाद छत्तीसगढ़ घोषणा पत्र को ना केवल सराहा बल्कि ओडिशा में भी अपनाने पर जोर दिया। बैठक में ओडिशा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक, ओडिशा प्रभारी सचिव मस्तान वाली, प्रभारी जॉइंट सेक्रेटरी आदित्य शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे। इस दौरान ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हेमनन्द बिस्वाल और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमिटी की कार्यकारणी सदस्य भी उपस्थित थे।