बिलासपुर—- केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के बयान को कांग्रेस नेताओं ने दुर्भाग्यजनक बताया है। कांग्रेस नेताओं के अनुसार जब भाजपा नेताओं को जानकारी ना हो तो कम से कम मुंह तो बंद रखें। वे जब भी बोलते हैं उनकी जानकारी पर हंसी आती है और दुख भी। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को हास्यास्पद बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की भाषण का असर बिलासपुर में भी दिखाई दिया। कांग्रेस नेताओं ने प्रकाश जावड़ेकर के बयान की निंदा की है। छिंदवाड़ा में जनसभा के दौरान भाषण के दौरान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा है कि स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, सरदार पटेल, पंडित नेहरु, भगत सिंह और राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ाया। हमें उन्हें नमन करना चाहिये। उनकी शहादत को देशवासियों को सलाम करना चाहिये।
जावड़ेकर के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने तीखी प्रतिक्रिया की है। उन्होने कहा कि जब देश के शिक्षामंत्री को इतिहास और भूगोल को जानकारी नहीं है तो वे देश के भविष्य को क्या शिक्षा देंगे। शेख गफ्फार, कृष्ण कुमार यादव, प्रदेश सचिव रामशरण यादव, आशीष सिंह, महेश दुबे, पंकज सिंह, विवेक बाजपेयी, संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने संयुक्त रुप से कहा है कि मोदी सरकार के मंत्री अधूरा ज्ञान लेकर देश में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं। शिक्षा मंत्री का बयान हास्यपद ही नहीं अपमानजनक भी है। देश से शिक्षा मंत्री को माफी मांगनी चाहिये।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय में आरएसएस के लोगों को कुलपति नियुक्त कर विवि में अधूरा ज्ञान पढ़ाया जा रहा है। इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की जा रही है। छत्तीसगढ़ में विश्वविद्यालय के कुलपति आरएसएस की बैठक अपने परिसर में करवाते हैं। केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर में कश्मीर के ऊपर चर्चा कर एकतरफा इतिहास बताने की कोशिश की जाती है।
हद तो तब हो जाती है जब आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर तिरंगा यात्रा निकालकर जनसभाओं में केन्द्रीय मंत्री का इस तरह का बयान शर्मसार करने वाली है। कांग्रेस पार्टी बयान की निंदा करती है। कांग्रेस निवेदन करती है कि भाजपा सरकार को अपनी मंत्रियों की पुख्ता जानकारी के लिए इतिहास और भूगोल पर कार्यशाला का आयोजन करे।