उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों के कल्याण के लिए चलाये जा रहे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का जिलों में प्रभावी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन, निगरानी एवं समन्वय के लिए जिलास्तर पर गठित ‘जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा)’ की बैठकों के नियमित आयोजन तथा इस दिशा में बेहतर कार्य के लिए छत्तीसगढ़ ने पूरे देश में उत्कष्ट स्थान प्राप्त किया है। यह पुरस्कार 25 जून से 29 जून तक आयोजित वर्तमान दिशा-सप्ताह के अंतर्गत दिया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार पर हर्ष व्यक्त करते हुये प्रदेश के सांसदों, दिशा समिति के सदस्यों और विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव पी.सी.मिश्रा ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 27 जून 2016 को जारी किये गये परिपत्र के अनुसार प्रदेश के सभी 27 जिलों में संसद सदस्यों की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति, जिसे दिशा के नाम से भी जाना जाता है, का गठन किया गया है।
दिशा के तहत जिलों के अधिक समेकित, कुशल और समयबद्ध विकास के लिए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जा रहा है। जिलों में इस समिति की बैठक प्रत्येक तीन माह की अवधि में आयोजित किए जाते रहे हैं। इसमें छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट स्थान मिला है।