चिटफंड कम्पनियों का सर्वे होगा 15 दिन के भीतर

Chief Editor
3 Min Read

jila istriya samiti ki bhaithak (3)बिलासपुर। जिला कलेक्टर  अन्बलगन पी. द्वारा जिले में चिटफंड का कार्य करने वाले संस्थाओं का सर्वे 15 दिवस के भीतर करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि चिटफंड कंपनी संचालन के लिए निर्धारित मापदण्डों को पूरा करना अनिवार्य है। साथ ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से रजिस्टर्ड कंपनी को ही चिटफंड का कार्य करने का अधिकार है।
चिटफंड कंपनियों पर नियंत्रण के लिए गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि विभिन्न तरीकों से जनता को लालच देकर उनसे पैसे एकत्र करना और उसे नहीं लौटाना एक धोखा-धड़ी है। चिटफंड कंपनी तरह-तरह की प्रलोभन देकर लोगों को पैसा लगाने के लिए प्रेरित करते हैं और पैसा लेकर भाग जाते हैं। ऐसे लोग फर्जी नाम से सोसायटी बनाते हैं। जिससे बचने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा तथा ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी। चिटफंड कंपनी के मास्टर माईंड को पकड़ना प्रमुख ध्येय होना चाहिए। निक्षेपकों के हित संरक्षण के लिए शासन सतर्क है और लोगों को धोखा-धड़ी खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वे ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत् संस्थाओं का सर्वे कराकर फर्जी तरीके से राशि वसूली करने वालों की सूचना एकत्र करें। उन्होंने बताया कि चिटफंड कंपनी एक्ट के तहत् वर्ष 2013 में कलेक्टर को अतिरिक्त रजिस्टार नियुक्त किया गया तथा वर्ष 2015 में संशोधन के बाद चिटफंड कंपनी के खिलाफ शिकायत प्राप्त होने पर उसकी संपत्ति को कुर्क करने एवं नीलामी करने का अधिकार कलेक्टर को दिया गया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि प्रत्येक गांव में सर्वे कर यह जानकारी एकत्र करें कि किस-किस तरह से पैसा जमा कराने वाले लोग सक्रिय है। सर्वे का कार्य पटवारी के माध्यम से किया जायेगा।
बैठक में जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़ राज्य में 20 माइक्रो फाइनेंस कंपनियां भारतीय रिजर्व बैंक के नियमन के अधीन कार्यरत् हैं। जो लोगों से पैसा जमा कराने का अधिकृत हैं। इन कंपनियों में अधिकार माइक्रो फाइनेन्स, अन्नपूर्णा माइक्रो फाइनेंस, आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस, भारत फिनान्शियल इन्क्लूजन, एक्टिवटास माइक्रो फाइनांस, ईएसएएफ माइक्रो फाइनेंस, फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस, ग्रामीण कूटा फिनान्शियल सर्विसेस, हिन्दुस्तान माइक्रो फाइनेंस, जनलक्ष्मी फिनान्शियल सर्विसेज, सैटिन क्रेडिट केयर, सहयोग माइक्रो फाइनेंस, संबंध फिन सर्व, शेयर माइक्रो फिन, स्पंदना स्फूर्ति फिनान्शियल, एसवी क्रेडिट लाइन, स्वतंत्र आदित्य बिरला उज्जीवन फिनान्शियल सर्विसेज, उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस, वरम कैपिटल शामिल हैं। कलेक्टर ने कहा कि पंजीकृत चिटफंड कंपनियों के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी लोगों को दी जाये। ताकि वो अपने मेहनत की कमाई का उचित निवेश कर सके।
बैठक में पुलिस अधीक्षक  मयंक श्रीवास्तव, अतिरिक्त कलेक्टर  के.डी.कुंजाम, अतिरिक्त कलेक्टर अग्रवाल, पेण्ड्रा रोड एसडीएम श्रीमती नम्रता गांधी, संयुक्त कलेक्टर आलोक पाण्डेय, राजेन्द्र गुप्ता, जिला कोषालय अधिकारी श्री वर्मा, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

Join Our WhatsApp Group Join Now
close