बिलासपुर—छत्तीसगढ़ के कैम्ब्रीज सीएमडी पर एनएसयूआई ने कब्जा कर लिया है। लम्बे अरसे बाद एबीव्हीपी को सीएमडी महाविद्यालय में करारी हार का सामना करना पड़ा है। एनएसयूआई समर्थित आशीर्वाद पैनल ने एबीव्हीपी को सीधे मुकाबले में तीन पदों पर जीत हासिल की है। सह सचिव का पद एबीव्हीपी के खाते में गया है। कमोबेश यही स्थिति पिछले वर्ष एनएसयूआई की थी। एनएसयूआई ने पिछले छात्र संघ चुनाव में सह सचिव का ही एक मात्र पद हासिल किया था।
सीएमडी महाविद्यालय को अविभाज्य मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ अंचल का कैम्ब्रीज का दर्जा हासिल था। वर्तमान प्रदेश की राजनीति में सीएमडी कालेज के छात्रों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। पिछली बार छात्र संघ चुनाव में कालेज प्रबंधन को काफी लानत मलानत का सामना करना पड़ा था। कहा जाता है कि जिसने सीएमडी जीता संभाग उसी का होता है। प्रदेश में सीएमडी छात्र संघ को विशेष शक्ति के रूप में देखा जाता है। इस बार एनएसयूआई ने लम्बे अरसे के बाद अपने तीन महत्वपूर्ण प्रत्याशियों को जीत दिलाने में कामयाब हुआ है।
सीएमडी चुनाव अधिकारी डॉ.कमलेश कुमार जैन ने बताया कि एनएसयूआई के आशीर्वाद पैनल ने तीन बड़े पदों पर कब्जा किया है। पूनम तिवारी ने ऋषभ चतुर्वेदी को 912 के मुकाबले 945 वोट से हराया है। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के सोहराब खान की जीत हुई है। सोहराब ने एबीव्हीपी के अंकित चतुर्वेदी को 894 के मुकाबले 951 जीत हासिल की है। सचिव पद भी एनएसयूआई के खाते में गया है। आकाश यादव ने रोशन सोनी को 759 के मुकाबले 1086 मतो से बड़ी जीत हासिल की है। सह सचिव का पद एबीव्हीपी के खाते में गया है। श्रद्धा राठौर को पूजा देवांगन से 909 के मुकाबले 941 वोटों से हार मिली है।
छात्र नेता और सीएमडी एनएसयूआई चुनाव संयोजक अमितेष राय ने बताया कि इस बार हमारी जीत निश्चित थी। पिछले छात्र संघ चुनाव में जमकर धांधली की गयी थी। छात्र एबीव्हीपी की गुंडागर्दी से तंग हो चुके थे। उन्होने कोई भी काम छात्र हित में नहीं किया। अमितेष राय ने बताया कि इस बार कमोबेश सभी कालेजोें में एबीव्हीपी के खिलाफ मतदान हुआ है। एबीव्हीपी से अलग हटकर जिसने भी चुनाव में हाथ आजमाया उसे सफलता मिली है।