जिला प्रशासन का हुक्म…पुरूष स्वेच्छा से कराएं नसबंदी..लेकिन स्वास्थ्य प्रशासन को कराना होगा समुचित जांंच

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय क्वालिटी एश्योरेंस समिति की बैठक सहायक कलेक्टर विजय दयाराम की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान  मातृशिशु अस्पताल गौरेला में शीघ्र ही नसबंदी सेवा क्रियाशील करने का निर्देश दिया गया। बैठक में परिवार कल्याण आपरेशन को लेकर क्रियाशील और क्रियाशील केन्द्रों की जानकारी दी गई।
                मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीबी बोर्डे ने बताया कि बिलासपुर में सिम्स, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मस्तूरी, कोटा और बिल्हा में महिला नसबंदी सेवा उपलब्ध है। जिले में कुल 20 प्रशिक्षित नसबंदी सेवा केन्द्र हैं। पुरूष नसबंदी के लिए एक निजी सर्जन डाॅ. के.के.साव और  अस्पताल को अनुबंधित किया गया है। बैठक के दौरान सहायक कलेक्टर दयाराम ने पुरूष नसबंदी को बढ़ावा देने को कहा है।
                  बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि  पुरूष नसबंदी के लिए एसडीएम आदेश करे कि लोग स्वेच्छा से नसबंदी के लिए तैयार हों। नसबंदी के लिए क्रियाशील केन्द्रों में व्याप्त कमियों की जानकारी दी गई। सहायक कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं होने या अन्य कोई समस्या होने पर नसबंदी आपरेशन नही किया जाए। सभी बीएमओ को स्पष्ट निर्देश जारी करने को कहा गया है। नसबंदी के पहले सिकलसेल, एनिमिया, हीमोग्लोबिन का टेस्ट अनिवार्य रूप से कराने कहा गया है। बैठक मेंं सहायक कलेक्टर कुणाल दुदावत्, सीएमएचओ डाॅ. बी.बी. बोडे समेत अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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