रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख एवं मध्यप्रदेश पाठ््यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि भाजपा सरकार द्वारा 50 लाख स्मार्टफोन फ्री में बांटने की फिजूलखर्ची को संचार क्रांति का नाम दिया जाना गैरवाजिब है। बाॅलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत को करोड़ो रूपये देकर 30 जुलाई को छत्तीसगढ़ बुलाया गया है, जिसे छत्तीसगढ़िया के पैसों की बर्बादी ही कहा जायेगा, क्योकि आज की तारीख में प्रदेश का कोई घर ऐसा नही है जहां के सदस्यों के पास 2-3 स्मार्टफोन न हो। ऐसे में प्रदेश की इस संचार क्रांति को क्रांति का नाम न देकर फिजुलखर्ची कहना उपयुक्त होगा।
ऐसे ही फिजुलखर्ची एवं पैसों की बर्बादी पूर्व में राज्योत्सव के समय भी की गयी थी, जब अभिनेता सलमान खान की एक झलक एवं अभिनेत्री करीना कपूर के दो ठुमको के लिए प्रदेश सरकार ने करोड़ो रूपये खर्च कर दिये थें, और प्रदेश के छत्तीसगढ़िया लोक कलाकारों को पूछा तक नही गया था। देखना यह है कि कंगना रनौत करोड़ो की झलक दिखलाती है या ठुमके लगायेगी।
रिजवी ने कहा है कि प्रदेश में यह आम चर्चा है कि 5 लाख स्मार्टफोन के लिए देश के प्रख्यात औद्योगिक अंबानी घराने की संस्था को सप्लाई करने का ठेका दिया गया है। जिसकी कीमत कमीशन के अलावा लगभग 15 हजार करोड़ आकी गयी है। छत्तीसगढ़िया की खून पसीने की कमाई को प्रदेश सरकार बेमसरफ की इस योजना पर केवल आगामी चुनाव में वोट हासिल करने एवं कमीशनखोरी की खातिर खर्च कर रही है। फ्री स्मार्टफोन जैसी खर्चीली योजनाओ पर प्रदेश की जनता का पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है, और इसके माध्यम से छत्तीसगढ़ की जनता को छलकर पुनः भाजपा सत्ता पर काबिज होना चाहती है, जो असंभव है। प्रदेश की जनता को भाजपा द्वारा अब और मुगालते में नही रखा जा सकता है। प्रदेश की जनता ने आगामी चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने का मूड बना लिया है।