परीक्षा देने वाली महिला पर होगी कार्रवाई…पाण्डेेय

BHASKAR MISHRA
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11111111 013बिलासपुर— संभागीय कार्यशाला को संबोधित करने उच्च शिक्षा एवं राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय आज बिलासपुर पहुंचे। कोनी  में आयोजित संभागीय कार्यशाला में जाने से पहले प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने पत्रकारों से बताया कि इस प्रकार का आयोजन राजनीति में होते रहते हैं। इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह आता है। इसके बाद कार्यकर्ता नए जोश और खरोश के साथ काम करते हैं। संभागीय कार्यशाला में वरिष्ठ नेता अपने अनुभवों से कार्यकर्ताओं को परिचित कराते हैं। उन्होंने बताया कि मुझे दीनदयाल के एकात्म मानववाद पर अपने विचार रखने को कहा गया है।

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                               मनोहर पर्रिकर की सादगी और छ्त्तीसगढ़ नेताओं की फजूलखर्ची के सवाल पर पाण्डेय ने कहा कि मनोहर पर्रिकर अच्छे इंसान हैं। सभी का जीने का अलग-अलग तरीका होता है। अलग-अलग विचार होते हैं। सादगी का पैमाना क्या है मुझे नहीं मालूम लेकिन सबका अपना स्वभाव होता है। इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना।

                       एक सवाल के जवाब में प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि राजस्व विभाग लगातार बेहतर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में लगभग 900 गांवों को नई पहचान दी जाएगी। प्रेम प्रकाश ने कहा कि अभी तक इन गावों का कोई राजस्व रिकार्ड नहीं है। जल्द ही इनका नक्शा तैयार किया जाएगा। प्रारंभिक स्तर पर रूढ़की आईआईटी के सहयोग से साढ़ चार सौ गावों के सीमांकन आदि पर काम किया जाएगा।

                   प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि हमने राजस्व विभाग में पेन्डिंग कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए 52 से अधिकारी पटवारियों की नियुक्ति के अलावा 18 नायब तहसीलदार को तहसीलदार और इतने ही तहसीलदार को डिप्टी कलेक्टर बनाया है। उन्होंने कहा कि हमने केबिनेट से अनुमति लेकर वन टाइम प्रक्रिया के तहत नायब तहसीलदारों को प्रमोशन देने का निर्णय लिया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि सेक्रेटरी से लेकर जिला और संभाग स्तर पर राजस्व कार्यों की मानिटरिंग होगी। उन्होंने कहा कि मै खुद एक साल में प्रदेश के सभी जिलों के राजस्व अधिकारियों के साथ समीक्षा करूंगा।

                       शांति कश्यप मामले में एक सवाल के जवाब में प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि केदार कश्यप का इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं है। दोशी शांति कश्यप नही बल्कि वह अज्ञात महिला है जिसने परीक्षा दी है। पाण्डेय ने बताया कि मेरे ख्याल से शांति कश्यप ने जब फार्म भरा ही नहीं तो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों होगी। बाद में कुलपति के बयान का जिक्र करने पर उन्होंने कहा कि जिन पर कार्रवाई होनी थी हो गयी है। जांच का विषय है आगे सब स्पष्ट हो जाएगा।

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