बिलासपुर—- सीपत स्थित झलमला गांव के उप सरपंच ने निजी जमीन पर बने कोठार से लगी सरकारी जमीन पर बलात कब्जा कर लिया। नाराज लोगोे ने निर्माणाधीन दीवार को गिरा दिया है। दीवार गिराए जाने के बाद ग्रामीणों और उप सरपंच के बड़े भाई और जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष में कहा सुनी हो गयी। दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। थाना प्रभारी ने लिखित में अहस्तक्षेप मामला बताकर रवाना कर दिया। वहीं तहसीदार ने मंगलवार को दोनों पक्षों को तलब किया है।
जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष दीपक साहू और झलमला उप सरपंच की ग्रामीणों ने सीपत थाने में शिकायत की है। बेजाकब्जा का मामला तहसील कार्यालय पहुंच गया है। झलमला निवासी शेख रज्जाक पिता शेख जमालुद्दीन ने थाना प्रभारी सीपत को लिखित शिकायत कर बताया कि गांव में उनका निजी जमीन पर कोठार है। जमीन के सामने चार फिट सरकारी जमीन भी है। सरकारी जमीन से उनका निस्तार होता है। लेकिन गांव के उप सरपंच की जमीन पर नीयत बहुत पहले से ही खराब थी। बीते दिनों उसने जमीन पर कब्जा कर लिया।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू की शह पर गांव उप सरपंच पुरूषोत्तम साहू ने निस्तारी को बन्द कर कोठार के सामने रातो रात कालम वाला पक्का दीवार खड़ा कर दिया। विरोध किए जाने पर दीपक साहू ने पहले तो रसूख की धमकी दी। इसके बाद उन्होने कहा कि दम हो तो दीवार गिरा लो। क्योंकि दीवार बनाया है इसलिए गिराने का सवाल ही नहीं उठता है।
शेख जमालुद्दीन ने थाना प्रभारी को बताया कि इसके बाद हम लोगों ने निस्तारी वाली सरकारी जमीन पर बनाई गयी दीवार को तोड़कर गिरा दिया। दीवार टूटते ही दीपक साहू ने रसूख दिखाना शुरू कर दिया। अपने साथियों और भाइयों के साथ गंदी गंदी गालियां देने के अलावा जान से मारने की धमकी दी।
दोनों पक्षों को सुनने के बाद थाना प्रभारी ने शिकायत को धारा 155 के तहत दर्ज कर पुलिस अहस्तक्षे योग्य बताया। जानकारी के अनुसार थाना से भगाए जाने के बाद बाद दीपक साहू अपने भाई के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे। तहसीलदार ने निर्माण कार्य में स्थगन देने से इंकार कर दिया। साथ ही मंगलवार को तहसील कोर्ट में पेश होने को कहा है।