बलरामपुर जिले में भाजपा कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर मुखर हुए सिद्धनाथ पैकरा

Chief Editor
4 Min Read

रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी) जिले में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारिणी को लेकर विवादित बयान के बाद सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। जिले वासियों ने कभी नहीं सोचा होगा कि एक दूसरे के कसम खाने वाले मित्र इतनी बड़ी गंभीर आरोप लगाकर पार्टी के नाम को कलंकित कर देंगे। प्रबुद्ध जनों का कहना है कि जो बातें सार्वजनिक तौर पर कहीं जा रही है वही बात संगठन के मंच पर भी कहा जा सकता था यदि ऐसा होता तो पार्टी की साख भी बच जाती और इतना छीछालेदर भी नहीं होता। बलरामपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यकारिणी को लेकर विरोध कर रहे पूर्व संसदीय सचिव व भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष सिद्धनाथ पैकरा ने अब खुलकर आरोप लगाते हुए राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम का नाम लिए बगैर उन्होंने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अंबिकापुर में एक राष्ट्रीय नेता के घर में बैठकर कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया जिसके कारण जमीनी कार्यकर्ताओं का बिल्कुल ही ख्याल नहीं रखा गया।

Join Our WhatsApp Group Join Now

नौजवान युवा साथियों के हाथ में हो कमान
सामरी विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे वरिष्ठ भाजपा नेता सिद्धनाथ पैकरा ने कहा कि जिले में भाजपा संगठन की कमान अपने चहेतों को दे दिया गया जबकि वर्तमान परिवेश की यह मांग है कि नौजवान एवंं युवा साथी के हाथों में कमान होनी चाहिए जो पार्टी को अग्रणी भूमिका में रख सके।

वहींं मीडिया के सामने सिद्धनाथ पैकरा ने बिना नाम लिए पार्टी के नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और सभी को लेकर चलने वाली पार्टी है। लेकिन बलरामपुर-रामानुजगंज में संगठन ने नियमों का पालन नहीं किया।

राष्ट्रीय नेता के बहकावे में किया विस्तार
उन्होंने कहा कि नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने कहा था कि पितृपक्ष में कार्यकारिणी की घोषणा नहीं होगी,लेकिन एक राष्ट्रीय नेता के घर में बैठकर सूची बना ली गई। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय नेता के इशारे पर ये सब कुछ किया जा रहा है,जिससे कार्यकर्ताओं में असंतोष है।
इसी कारण जब से बलरामपुर जिला बना है,भाजपा यहां की दोनों सीट लगातार हार रही है और यही सिलसिला रहा तो आगे भी नतीजे बदलने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहने के बाद हमें सरकार के गलत कामों का विरोध करना चाहिए,लेकिन यहां भाजपा की ऐसी हालत है कि हम लड़कर खुद ही एक-दूसरे का विरोध कर रहे हैं।

जिलाध्यक्ष कि नियुक्ति पर भी उठे सवाल
बलरामपुर जिलाध्यक्ष के रूप में गोपाल कृष्ण मिश्रा को प्रदेश संगठन ने नियुक्त भले ही कर दिया हो लेकिन यहां अध्यक्ष की दौड़ में अविभाजित सरगुजा के पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल भी शामिल थे।
लेकिन प्रदेश संगठन ने उन्हें महामंत्री मनोनीत कर दिया। इधर अध्यक्ष बनने के बाद बलरामपुर जिला भाजपा की कार्यकारिणी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। इसमें शामिल चेहरों को लेकर जमीनी कार्यकर्ताओं की नाराजगी पहले दिन से ही सामने आने लगी थी। वही राजपुर भाजपा मंडल ने तो वरिष्ठ नेताओं की सहमति बिना चहेतों को कार्यकारिणी में शामिल कर दिए जाने का आरोप भी लगाया था।

close