रामानुजगंज (पृथ्वीलाल केशरी) बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सामरी इलाके के राजेंद्रपुर बाक्साइट माइंस परिसर में बीती रात बोलेरो से पहुंचे अज्ञात तत्वों ने दो पोकलेन मशीन में आग लगा दी। आपरेटर को धमकाते हुए उसका मोबाइल भी आरोपियों ने लूट लिया। हिंडाल्को कंपनी द्वारा इस बाक्साइट माइंस का संचालन ठेके पर कराया जाता है। नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस की अलग-अलग टीमों को मामले की जांच में लगाया गया है।
पुलिस के अनुसार घटना में नक्सलियों के शामिल होने संबंधी कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। प्रारंभिक जांच में इसे व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा अथवा सीमावर्ती क्षेत्र के असामाजिक तत्वों की करतूत मानी जा रही है। जिले के सामरी पाठ क्षेत्र का राजेंद्रपुर गांव झारखंड से लगा हुआ है।
यहां से झारखंड की सीमा लगभग एक किमी के दायरे में है। चारपहिया वाहनों से लातेहार आने जाने के लिए कच्ची सड़क भी बनी हुई है। हिंडाल्को कंपनी द्वारा राजेंद्रपुर बाक्साइट माइंस को ठेके पर दिया गया है। बाक्साइट उत्खनन व परिवहन का कार्य अंबिकापुर की जीएनसीठेका कंपनी करती है। बीती रात आपरेटर सोनू कुमार वर्मा पोकलेन मशीन संचालन में लगा हुआ था, उसी दौरान तीन बोलेरो में सवार होकर कुछ लोग बाक्साइट माइंस परिसर में पहुंचे।
इनमें से चार नकाबपोश आपरेटर सोनू वर्मा के नजदीक पहुंचे। उसे धमकाते हुए उस कंपनी का नाम पूछा,जिसके द्वारा माइंस में उत्खनन व परिवहन का काम किया जाता है। पोकलेन मशीन से आपरेटर को नीचे उतार उसमें पेट्रोल छिड़ककर आरोपियों ने आग लगा दी। नजदीक में ही एक दूसरी पोकलेन मशीन भी खड़ी थी।
उसका कांच भी आरोपियों ने तोड़ दिया। पेट्रोल निकालकर उक्त पोकलेन में छिड़ककर आग लगा दी। आरोपियों ने आपरेटर से उसका मोबाइल लूट लिया और धमकी दी कि उनके जाने के 15-20 मिनट बाद ही पुलिस को सूचना दें। जाते-जाते आरोपियों ने आपरेटर का मोबाइल भी लूट लिया।
घटना की खबर पर बलरामपुर एसपी टीआर कोशिमा, एएसपी पंकज शुक्ला के साथ बड़ी संख्या में पुलिस व सशस्त्र बल के अधिकारी-जवान घटनास्थल पहुंच गए थे। पोकलेन में आग लगाने वालों के संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। कभी नक्सलियों के प्रभाव वाला क्षेत्र माने जाने वाले राजेंद्रपुर में हुई इस घटना के बाद पूरे इलाके में लोग दहशत में हैं। शांतिपूर्वक तरीके से विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के बाद इलाके में लोग अमन-चैन के साथ निवास कर रहे थे। हाल के दिनों में फोर्स और प्रशासन की पहुंच इस क्षेत्र में आसान हुई है। यह घटना दहशत पैदा कर अवैध उगाही की मंशा से वारदात कारित किए जाने का भी शक है। पुलिस अधीक्षक टी.आर.कोसीमा का कहना है कि घटनास्थल की जांच और पूछताछ के अलावा घटना के तरीके को लेकर लगता है कि शरारती तत्वों द्वारा घटनाकारित की गई है। चूंकि पूर्व में इस क्षेत्र में नक्सलियों की आवाजाही थी, इसलिए सभी बिंदूओं पर पुलिस जांच कर रही है। घटना की वजह स्पष्ट नहीं है।