अचानकमार के पाँच गावों का होगा विस्थापन

Chief Editor
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रायपुर ।  छत्तीसगढ़ राज्य कैम्पा संचालन समिति की बैठक मुख्य सचिव  विवेक ढांड की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में सम्पन्न हुई। बैठक में अचानकमार अभ्यारण्य से वनग्रामों के 386 परिवारों के व्यस्थापन के लिए 38 करोड़ 60 लाख रूपए कैम्पा निधि से देने की सैद्धान्तिक सहमति व्यक्त की गई। इसमेें से पहली किश्त में 10 करोड़ रूपए दिए जाएंगे। इस अभ्यारण्य में 5 गांवों  सारसडोल, तिलईडबरा, बिरारपानी, राजक और छिरहट्टा का बेहतर व्यवस्थापन किया जाएगा।
प्रदेश के  धमतरी, सरगुजा, गरियाबंद, बलरामपुर और बस्तर जिले में साल वन क्षेत्रों में कोसा ककून का उत्पादन बढ़ाने के लिए आज की बैठक में कैम्पा निधि से चार करोड़ 25 लाख रूपए मंजूर करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग  एम.के. राउत, प्रमुख सचिव वन  आर.पी.मंडल, सचिव वित्त  अमित अग्रवाल, सचिव पर्यावरण संरक्षण मंडल  संजय शुक्ला, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक  ए.ए. बोआज, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वन्य प्राणी  बी.एन.द्विवेदी सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
राज्य कैम्पा संचालन समिति ने प्रदेश में जंगली हाथियों द्वारा की गई जन-धन नुकसान का मुआवजा देने के लिए विभागीय मद में राशि उपलब्ध नहीं होने के कारण मुआवजा का भुगतान नहीं किया जा सका है। इसलिए जन-धन नुकसान का मुआवजा देने कैम्पा निधि से अर्जित ब्याज की राशि से 5 करोड़ रूपए प्रदान करने स्वीकृत किए गए। गरियाबंद जिले के मां घटारानी और जतमई पर्यटन स्थल के विकास के लिए एक करोड़ 20 लाख-एक करोड़ 20 लाख रूपए की सहमति दी। वन अधिकार मा।न्यता पत्र के  हितग्राहियों के मुनारा निर्माण के लिएदो करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए। राज्य कैम्पा संचालन समिति के सदस्यों ने कहा कि हरियाली प्रसार योजना, कानन पेण्डारी के विकास के लिए स्कूल नर्सरी और नगर वन योजना के प्रस्ताव की समीक्षा कर पुनः प्रस्तुत करने पर राशि स्वीकृत किए जाएंगे। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में सेंटर फार एक्सीलेंट की स्थापना के कार्यो का मूल्यांकन करने कार्य संतोषजनक पाए जाने पर राशि आबंटित किए जाने का निर्णय लिया गया।

 

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