बिलासपुर।अखण्ड धरना के 111वें दिन आज के धरने में ब्राम्हण समाज बिलासपुर के सदस्य शामिल हुये। गौरतलब है कि बिलासपुर एयरपोर्ट के 3सी केटेगरी में बदलने हेतु कतिपय जरूरी कार्यो हेतु कार्य प्रारंभ कर दिया गया है परन्तु इस कार्य के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा मंजूर राशि रू 27 करोड में से बचे रू 25 करोड से कार्य भी तुरन्त प्रारंभ किये जाने चाहिए। इसी तरह 1500 मीटर के रनवे को 2500 मीटर लम्बा करने जिससे की एयरबस और बोईंग विमान उतर सके, सेना को दी गयी 980 एकड भूमि मे से 100 एकड भूमि एयरपोर्ट के लिए वापस लिये जाने की कार्यवाही भी तुरन्त प्रारंभ किये जाने की जरूरत है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे
तभी बिलासपुर एयरपोर्ट एक पूर्ण विकसित एयरपोर्ट बन सकेगा।
आज की सभा में ब्राम्हण समाज की ओर से बोलते हुये संगीता शुक्ला, प्राची तिवारी और दिव्या पाण्डेय ने कहा कि एयरपोर्ट की कमी किस तरह से प्रभावित कर रही है, ये हम लोग बहुत अच्छे से जानते है। हमारे परिवारों के बच्चें लम्बी छुटटी न मिलने के कारण कई-कई साल बिलासपुर नही आ पा रहे है और शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृति क्षेत्र में भी इसका नुकसान है।
समाज की ओर से बोलते हुये एन.के.मिश्रा और भूपेन्द्र गौरहा ने कहा कि वे रिटायर होने के बाद भी पूरे देश में भ्रमण करते हेै और हवाई सुविधा न होने के कारण उनका बहुत समय इसमें बर्बाद होता है। बिलासपुर को यह सुविधा राज्य बनते साथ दी जानी चाहिए थी परन्तु हमारे जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण ऐसा संभव नही हुआ।
आज धरने में शामिल हुये ब्राम्हण समाज के विनोद शर्मा व बबला मिश्रा ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि संघर्ष समिति इस बात के लिए बधाई की पात्र है कि बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए काम प्रारंभ हुआ है, आखिर इस जनआंदोलन का मंच बनाने और 111 दिन चलाने का परिणाम अब हमें मिलने लगा है।
ब्राम्हण समाज के ही डाॅ. प्रदीप शुक्ला और राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि ब्राम्हण समुदाय सदैव ही सामाजिक भलमनसाहत के कार्यो में अगुआ रहा है। राष्ट्रहित में यह बात सभी को भलीभांति ज्ञात है कि किसी भी देष के विकास के लिए राज्य का विकास और राज्य के विकास के लिए शहर का विकास होना अतिआवश्यक है और शहर के विकास हेतु प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि सर्वप्रथम आधारभूत सुविधाएं मुहैय्या करायी जाये। आज बिलासपुर उसी आधारभूत हवाई सुविधा हेतु कई दिनांे से षहर व अन्य शहरों के प्रबुद्धजनों के साथ धरने में बैठ रहा है।
ब्राम्हण समाज के ही जितेन्द्र शर्मा, राकेश तिवारी, अभिषेक चौबे और पार्षद रविन्द्र सिंह ने एक स्वर मेें कहा कि हमने जो अपने संघर्षमय जीवनकाल में सदैव शहर का विकास सोचा और कर रहे है परन्तु अब बारी नई पीढी है जो सोच में हमसे कई कदम आगे है और अगर हमें उस नई सोच को सही राह देनी है तो हवाई सुविधा इनके लिए वरदान से कम नही होगी।
आज ब्राम्हण समाज बिलासपुर की ओर से धरने में आलोक रंजन पाण्डेय, हरिगोपाल शुक्ला, डाॅ.प्रदीप राही, बबला मिश्रा, श्रीमती अनिता शर्मा, श्रीमती सुधा शर्मा, उमाकान्त गौरहा, नंद किशोर मिश्रा, प्रदीप पाण्डेय, शुक्ला तिवारी,सुशांत शुक्ला, अनिल शुक्ला आदि शामिल हुये। आज की सभा का संचालन राकेश तिवारी ने व समिति की ओर देवेन्द्र सिंह बाटू ने आभार व्यक्त किया। धरना आंदोलन में आगमन के क्रम से अशोक भण्डारी, बद्री यादव,सन्तोष पिपलवा, रामचन्द्र यादव,सन्तोष कुमार साहू, उमाशकर बघेल, कप्तान खान, नरेश यादव, रविन्द्र सिंह,फैजान खान, रामशंकर बघेल व सुदीप श्रीवास्तव आदि शामिल थे।
कल आंदोलन के 112वें दिन झुग्गी-झोपडी प्रकोष्ठ के सदस्य धरने पर बैठेगे।