बिलासपुर— खनिज विभाग ने व्यापक कार्रवाई में मुरूम अवैध परिवहन करते गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की है। विभागीय कार्रवाई में करीब दो करोड़ राशि की वसूली हुई है। बताते चलें कि जिला में एक भी मुरूम खदान नहीं है। खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई से मुरूम का अवैध उत्खनन और परिवहन करने वालों में खलबली मच गयी है।
खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई से खनिज माफियों में हड़कम्प मच गयी है। पिछले एक महीने में विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई से खनिज विभाग को करीब 1 करोड़ 92 लाख 6 हजार 650 रूपयों की वसूली हुई है। वहीं कार्रवाई के बाद खनिज माफियों में हड़कम्प है। खनिज अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जिेल में एक भी खनिज विभाग की तरफ से मुरूम खदान स्वीकृत नहीं है। शिकायत के बाद करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।
खनिज अधिकारी ने बताया कि तालाब उत्खनन के दौरान खनिज माफिया मुरूम खोदकर अवैध परिवहन का कार्य कर रहे थे। कार्रवाई के दौरान सभी लोगों के खिलाफ रायल्टी की वसूली की गयी है। साथ ही पेनाल्टी भी लगाया गया है।
विभाग से मिली खबर के अनुसार मुरूम का अवैध परिवहन करने वालों के खिलाफ जिले के अलग अलग स्थानों पर पकड़कर कार्रवाई की गयी है। पेन्ड्रा में हरजीत सिंह पर 25 हजार का जुर्माना किया गया है। कोटा में पाटिल रेल इन्फ्रा स्ट्रक्चर प्रायवेट लिमिटेड के खिलाफ 15 लाख 69 हजार 150 का पेनाल्टी लगाया गया है। धमनी में मुरूम का अवैध परिवहन करते सुरजीत सिंह से 35 से अधिक जुर्माना वसूला गया है। पदगवां पेन्ड्रा रोड क्षेत्र में मंजुला महादेवा पर 25 हजार रूपयों को जुर्माना किया गया है। देवरी तखतपुर में मुरूम का अवैध परिवहन करते पकड़े जाने पर दीपक अग्रवाल से 1 लाख 5 हजार तीन सौ रूपये वसूला गया है।
इसके अलावा शासकीय इंजीनियरिंग कालेज कोनी में अवैध परिवहन की शिकायत मिलने और गाड़ी पकड़े जाने पर हर्मेन्द्र सिंह से 25 हजार की राजस्व वसूली हुई है। सारबाहरा में मुरूम का अवैध उत्खनन की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गयी है। महेश मार्कों और दादूलाल पटेल से 36900 रूपयों की वसूली हुई है।
खनिज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार खजुरी नवागांव में मुरूम का अवैध उत्खनन और परिवहन करते पाए जाने पर अनिल बिल्डकान के खिलाफ जुर्माना लगाया गया है। अनिल बिल्डकान से खनिज विभाग ने 1 लाख 53 हजार 300 वसूल किए हैं। खनिज विभाग अधिकारी डी.के मिश्रा ने बताया कि अवैध उत्खनन और परिवहन करते पाए जाने पर खनिज माफियों को छोड़ा नहीं जाएगा।