कांग्रेस,हंगामा,बहिष्कार…मुंह पर काली पट्टी

BHASKAR MISHRA
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cropबिलासपुर– स्मार्ट सिटी मुद्दे को लेकर एक बार फिर निगम सामान्य सभा में मछलीबाजार का नजारा देखने को मिला। कांग्रेस ने स्मार्ट सिटी प्रस्ताव के विरोध में सदन का बहिष्कार किया। मुंह पर काली पट्टी बांधकर टाउन हाल के बाहर गांधीगिरी कर अपना विरोध जताया। कांग्रेस पार्षदों की अनुपस्थिति में बहुमत वाली निगम सरकार ने एक दिन पहले एमआईसी से पास सभी 14 प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पारित भी कर दिया।

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                                हमेशा की तरह इस बार भी निगम का समान्य सभा हंगामेदार रहा। प्रस्ताव क्रमांक 12 पर एतराज करते हुए कांग्रेस के पार्षदों ने सदन का बहिष्कार किया। सदन की कार्रवाई बमुश्किल से एक घंटे भी नहीं चली। इसके पहले एमआईसी से पास प्रस्तावों पर चर्चा से पूर्व सभापति से कांग्रेसियों ने नगर के विकास जिसमें बिजली,पानी,सड़क और अन्य मसलों पर चर्चा की मांग की। इस बात को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तू-तू मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो गयी। बावजूद इसके सदन में प्रस्ताव को बारी बारी से  सत्ता पक्ष ने पारित कर दिया।

                                      प्रस्ताव क्रमांक 12 में स्मार्ट सिटी के मुद्दे को लेकर कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद सदन का बहिष्कार कर टाउन हाल के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर गांधीगिरी का प्रदर्शन किया। बहिष्कार के पहले कांग्रेसियों ने सभापति अशोक विधानी से कहा कि  प्रस्ताव में स्मार्ट सिटी की अधोसंरचना और वित्तिय स्रोत को लेकर तैयारी की बात कही जा रही है। ऐसी सूरत में स्मार्ट सिटी मसौदे को लेकर सदन में प्रस्ताव लाने की जरूरत क्या है।  इससे जाहिर होता है कि स्मार्ट सिटी को लेकर दाल में जरूर कुछ काला है।

                                 कांग्रेसियों ने कहा कि जब स्मार्ट सिटी योजना पर अभी तक ठोस काम नहीं किया गया है। बावजूद इसके एमआईसी ने पास कैसे कर दिया। कांग्रेसियों ने विरोध करते हुए कहा कि शहर को जानने का अधिकार है कि शहर के किस क्षेत्र को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। उसका वित्तीय प्रंबधन क्या है। इसका कहीं कोई जिक्र नहीं है। यह जानते हुए भी स्मार्ट सिटी योजना पर जब काम हो रहा है तो  ऐसी सूरत में स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव क्रमांक 12 को सदन में लाने की जल्दबाजी समझ से परे है।

                                      प्रस्ताव पर चर्चा होने के पहले कांग्रेसियों ने कहा कि बिजली,पानी,सड़क नाली जैसी समस्याओं को तरजीह नहीं दी जा रही है। अभी तक किसी भी सामान्य सभा में जनता की मूलभूत समस्याओं को क्यों नहीं शामिल किया जा रहा है। कांग्रेसियों ने कहा कि आखिर मूलभूत सुविधाओं पर चर्चा से भाजपा बचना क्यों चाहती है।

                सदन के बाहर आते ही कांग्रेसियों ने मूलभूत सुविधाओं पर बहस नहीं होने और स्मार्ट सिटी योजना पर बिना तैयारी के प्रस्ताव पास किये जाने पर एतराज किया। कांग्रेस के सभी पार्षदों ने टाउन हाल के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर गांधीगिरी की। इस दौरान सदन के भीतर सर्वसम्मति से सभी प्रस्तावों को सत्तापक्ष ने पारित कर दिया।

                                    निगम नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन ने बताया कि एक तरफ प्रस्ताव में लिखा जा रहा है कि  स्मार्ट सिटी योजना पर कंस्ल्टेंट काम कर रहा है। खर्च और अन्य आधारभूत संरचना पर जल्द ही पूरा काम हो जाएगा। ऐसी सूरत में इसे एमआईसी से ही अनुमोदित नहीं होना चाहिए था। बावजूद इसके जनता को अंधेरे में रखते हुए बिना किसी हिसाब किताब के सदन में स्मार्ट सिटी मसौदे को पेश कर पारित किया जाना समझ से परे है। भाजपा की तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी।

       कांग्रेस पार्षद दल प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल ने बताया कि भाजपा निगम को चलाने में असमर्थ है। भाजपा पार्षद महापौर की निष्रक्रियता को लेकर आक्रोशित हैं। महापौर का आयुक्त पर नियंत्रण नहीं है। 6 महीने पहले निगम को विकास के लिए दस करोड़ रूपए मिले थे। लेकिन शहरवासियों को उसका लाभ अभी तक नहीं मिला है। शैलेन्द्र ने बताया कि निकाय मंत्री ने प्रत्येक नगर के प्रत्येक वार्ड में पन्द्रह लाख रूपए से विकास कार्य का वादा किया था। लेकिन आज तक कहीं भी कुछ काम नहीं हुआ है। किसी भी इंजीनियर को अभी तक वार्डों के विकास कार्यों के लिए निदेशित नहीं किया गया है। जनता बिजली,पानी,सड़क,नाली की समस्या से परेशान है।

कांग्रेस का गैर जिम्मेदार रवैया

                   कांग्रेस के गैर जिम्मेदार रवैया से नगर का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। हमने आश्वासन दिया कि प्रस्ताव पर चर्चा के बाद शहर वासियों की मूलभूत समस्याओं पर भी चर्चा की जाएगी। लेकिन उन्होने सदन का वहिष्कार किया। रही बात स्मार्ट सिटी योजना पर जानकारी की तो उन्हें थोड़ा इंतजार करना चाहिए था। महापौर उन्हें सदन में स्मार्ट सिटी से जु़ड़े सभी सवालों की जानकारी देते। लेकिन उन्होने बाहर निकलकर काली पट्टी मुंह पर बांध लिया। इससे जाहिर होता है कि कांग्रेसियों ने पहले से ही सदन का बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया था।

                                                                                           अशोक विधानी, सभापति नगर निगम बिलासपु

सोची समझी रणनीति

                  कांग्रेस का विकास से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें मुंह पर काली पट्टी बांधकर बाहर प्रदर्शन करना अच्छा लगता है। विरोध करना उनकी आदतों में है। सदन में चर्चा के बाद ही नगर के  विकास की रणनीति तैयार होती है। हम स्मार्ट सिटी सम्बधित सारे सवालों का जवाब देने को तैयार हैं। लेकिन कांग्रेसियों में धैर्य भी होना चाहिए। नगर के सभी वार्डो में 15-15 लाख रूपए के काम करवाए जांएंगे। मुंह पर काली पट्टी बांधना बाहर दरी बिछाकर धरना करना यह सब कांग्रेस की पूर्व निर्धारित योजना थी।

                                                                                               किशोर राय,महापौर,नगर निगम बिलासपुर

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