रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)।नगर पंचायत रामानुजगंज में इन दिनों अतिक्रमण की होड़ सी मची है। नगर पंचायत की बेशकीमती जमीन पर सैकड़ों लोग अतिक्रमण करने पर उतारू हैं। कई लोगों द्वारा अतिक्रमण कर मकान दुकान व खलिहान बना लिया गया है। वहीं कई लोग अभी भी अतिक्रमण कर रहे हैं।
इनदिनों नगर के वार्ड 13 व 14 में अतिक्रमण कर मकान का निर्माण खुलेआम किया जा रहा है,वहीं कई लोगों के द्वारा काम्प्लेक्स बनाकर दुकान का भी संचालन किया जा रहा है। नगर में अतिक्रमण के कारण अब धीरे-धीरे चरागाह की भूमि भी घटती जा रही है।
नगर के हृदय स्थलों पर भी अतिक्रमणकारियों की नजरें टिकी हुई है। गुमटी ठेला लगाकर तथा खुले में पसरा लगाकर दुकान का संचालन शुरू करते हैं। धीरे धीरे यह गुमटी ठेला फिर पक्का दुकान का रुप ले लेते हैं। इस तरह से धीरे धीरे कर अतिक्रमण किया जाता है ।
अतिक्रमणकरि लॉक डाउन का उठा रहे फायदा
नगर पंचायत रामानुजगंज थाना रोड के मुख्य सड़कों के किनारे,शासकीय कार्यालयों के आसपास भी अतिक्रमणकारियों का बोलबाला है। कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। जैसे ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी तब से लेकर अब तक कई लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जा चुका है। आचार संहिता लगते ही पुराने जो गुमटी बनाकर अतिक्रमण किए थे वे पक्का मकान और दुकान बनाना भी शुरू कर दिए हैं।
नगर के चारों तरफ ठेला, चाय दुकान, होटल, गुमटी के रूप में संचालित हैं। इतनी घनी आबादी में यहां पर अतिक्रमण कर छोटे छोटे व्यापार चला रहे हैं। इससे राहगीरों व यात्रियों के आने जाने के लिए जगह ही नहीं है। आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
दुकानदरों का समान खुलेआम सड़क — रामानुजगंज जिले का बड़ा व्यापार मुख्यालय होने के कारण यहां पर प्रतिदिन हजारों लोग आना जाना करते हैं। दैनिक वस्तुओं की खरीदारी सहित जरूरी सामानों की खरीदारी रामानुजगंज से ही की जाती है। यहां बड़ी बड़ी दुकानें संचालित हो रही है। इनमें से कई दुकानदारों के द्वारा अपने दुकान का सामान दुकान से बाहर निकाल लेते हैं। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिम्मेदार अपने कर्तव्य से मुंह मोड़े हुए हैं जो नगर में आए दिन चर्चा का विषय बना रहता है।
नपा आजतक नहीं हटा पाई नालियों पर से कब्जाधारियों का कब्जा—नगर पंचायत रामानुजगंज के द्वारा अपने नालियों पर से कब्जा हटाने हेतु नगर के चांदनी चौक से रेस्ट हाउस रोड तक कब्जा हटाने के लिए स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस ने जमकर तोड़ फोड़ करते हुए तांडव मचाया गया था। इसके बाद भी कब्जा धारियों का कब्जा बरकरार है इसके अलावा खुलेआम सड़क को बाधित कर सड़क पर सामान रखा जा रहा है जिसके कारण आने जाने वालों को जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा। जाम की स्थिति के सूचना के बाद भी स्थानीय प्रशासन के नुमाइंदे झांकी तक नहीं मारने जाते। उक्त परेशानियों का सामना उनको भी करना पड़ता है परंतु किन कारणों से मौन साधे हुए हैं यह लोगों की समझ से परे है।