छत्तीसगढ़ की पंचायतों ने फिर दिखाया दम,लगातार तीसरे साल 11 राष्ट्रीय पुरस्कार

Shri Mi
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रायपुर. 3 अप्रैल 2021. छत्तीसगढ़ की त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाएं अपने कार्यों का लोहा पूरे देश में मनवा रही हैं। प्रदेश की ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों और जिला पंचायत को लगातार तीसरे साल विभिन्न श्रेणी के 11 राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल हुए हैं। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा हाल ही में घोषित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की विजेताओं की सूची में प्रदेश की आठ ग्राम पंचायतें, दो जनपद पंचायतें और एक जिला पंचायत शामिल है।केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा कोंडागांव जिला पंचायत, गरियाबंद और तिल्दा जनपद पंचायत तथा सरगुजा जिले के अंबिकापुर विकासखंड के सरगवां और लुंड्रा विकासखंड के रिरी, बालोद जिले के गुंडरदेही विकासखंड के माहुद (अ), कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखंड के महराटोला एवं रायपुर जिले के आरंग विकासखंड के बैहार ग्राम पंचायत का चयन दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए किया गया है। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2021 के अंतर्गत बीजापुर जिले के भोपालपटनम विकासखंड के दूरस्थ वनांचल गोटईगुड़ा ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार, रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड के नवागांव (ल) को बाल मित्र ग्राम पंचायत पुरस्कार और आरंग विकासखंड के बैहार को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार दिया जाएगा।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने प्रदेश की पंचायतीराज संस्थाओं की इस उपलब्धि पर इन पंचायतों से जुड़े सभी जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जिला पंचायतें, जनपद पंचायतें और ग्राम पंचायतें शासन की योजनाओं के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये संस्थाएं सरकार के कल्याणकारी कार्यक्रमों को भी जन-जन तक प्रभावी ढंग से पहुंचा रही हैं। स्थानीय स्वशासन के उत्कृष्ट कार्यों से वे हर साल राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान भी बना रही हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 और 2020 में भी प्रदेश की अलग-अलग 11 ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार हासिल किया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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