बिलासपुर— कोरोना के तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए एसईसीएल के सहयोग से सिम्स में 200 बिस्तरों का कोविड वार्ड खोला जाएगा। ताकि लहर से संभावित लोगों की बेहतर इलाज किया जा सके। यह जानकारी एसईसीएल प्रबंधन ने दी है।
आगामी तीसरी लहर की आशंका के बीच एससीएल के प्रयास से सिम्स में नया कोविड वार्ड का निर्माण किया जाएगा। ताकी कोरोना संक्रमितों का समुचित ईलाज किया जा सके।
एसईसीएल प्रबंधन के अनुसार कोरोना के दूसरे चरण में सिम्स समेत जिला चिकित्सालय को संक्रमितों के ईलाज को लेकर भारी दबाव देखा गया। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन ने अब सिम्स में 200 बिस्तरों का समर्पित कोविड वार्ड बनाने का फैसला किया है।
प्रबंधन ने बताया कि कोविड वार्ड का निर्माण सीएसआर मद से किया जाएगा। सिम्स हाॅस्पिटल के आईसोलेशन और सर्जिकल वार्ड को रिनोवेट के साथ विस्तारित किया जाएगा। एसईसीएल की तरफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि कोविड वार्ड के लिए विभिन्न चिकित्सा उपकरण, मशीने, जीवन रक्षक उपकरण भी सीएसआर मद से खरीदा जाएगा। इसके लिए लगभग 2.89 करोड़ रूपये खर्च होंगे।
एसईसीएल सिम्स में प्रस्तावित कोविड वार्ड से जुड़े सिविल कार्य में लगभग 3.27 करोड़ रूपये का सहयोग भी दिया जाएगा। सीएसआर से अनुमोदित राशि का 20 प्रतिशत हिस्सा बतौर एडवांस जिलाप्रशासन को जारी किया गया है। इस तरह सिम्स में कोविड वार्ड के लिए लगभग 6.16 करोड़ की सहायता दी जाएगी।
एसईसीएल प्रबंधन ने बताया कि एसईसीएल ने सीएसआर मद से हमेशा जनहित में काम को अंजाम दिया है। खासकर कोरोना महामारी मे सीएसआर के जरिए कई कामों के लिए वित्तीय सहयोग दिया है। इसमें आक्सीजन सिलेण्डर, टेस्टिंग किट और अन्य मेडिकल उपकरण खरीदने को लेकर जिला प्रशासन के 25 लाख रूपये खर्च किए गये।
जिला कोविड अस्पताल बिलासपुर में 200 बेड के अलावा 120 चैनल आक्सीजन सप्लाई लाईन, शहर के भारतीय नगर, सरकण्डा, मुक्तिधाम, में, विद्युत शवदाहगृह के निर्माण के लिए लगभग 1.50 करोड़ रूपये, सिम्स में आरटीपीसीआर टेस्टिंग मशीन, सैम्पल संग्रहण के लिए डीप फ्रीजर की व्यवस्था में लगभग 34 लाख रूपयों का वित्तीय सहयोग दिया गया है।