घुटकू समिति से धान खरीदी में बड़ा घोटाला..फड़ इंचार्च रंगे हाथ पकड़ाया..किसानों की शिकायत ..प्रशासनिक टीम का धावा..सैकड़ों क्विटंल धान की वसूली

Editor
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बिलासपुर— जिले में हमेशा से कुख्यात की सूची में शामिल घुटकू धान खऱीदी केन्द्र में एक बार फिर बड़ा घोटाला पकड़ा गया है। किसानों की शिकायत के कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी समेत कलेक्टर के निर्देश पर नाप तौल अधिकारी और प्रशासन की टीम ने धावा बोला। अधिकारियों के सामने नाप तौल के दौरान प्रत्येक बोरी में 2 किलो धान अतिरिक्त पाया गया। प्रशासन की टीम ने सीधे तौर पर फड़ इंचार्ज को दोषी पाया है। मामले में जिला सहकारी संस्थाएं डीआर ने फड़ इंचार्ज को हटाने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे प्रकरण में ओआईसी की भी लापरवाही सामने आ रही है। 

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                 हमेशा धान खरीदी के समय चर्चा में रहने वाला घुटकू धान खरीदी समिति ने इस बार फिर बड़ा खेल खेला है। किसनों ने एक दिन पहले विजय केशरवानी को बताया कि फड़ इंचार्ज प्रति बोरी दो किलो धान की अतिरिक्त वसूली करता है। मतलब एक क्विटंल पर पांच से छः किलो धान कालर पकड़ कर वसूला जा रहा है। प्रबंधक और ओईआईसी से शिकायत के बाद भई  फड़ इंचार्ज गणेश नुनिया किसी की बात को अनसुना कर देता है। 

               मामले की जानकारी सीजी वाल को भी किसान ने दी । मौके पर पहुंचकर पाया गया कि ओआईसी पवन खत्री फड़ इंचार्ज गणेश नुनिया को समझा रहे थे। लेकिन गणेश ने किसानों की शिकायत को एक सिरे से इंकार कर दिया।

                   इसी दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने औचक बिना बताए  टीम के साथ धावा बोला। उन्होने मौके पर मौजूद धान की एक एक बोरी को तौलवाना शुरू किया। कमोबेश आधा सैकड़ा से अधिक बोरियों में करीब 2 किलो धान अतिरिक्त पाया गया। 

               केशरवानी ने तत्काल कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को फोन से वस्तुस्थिति से अवगत कराया। एसडीएम को भी वस्तु स्थिति के बारे मे बदताया। जानकारी के बाद प्रशासन की टीम नाप तौल अधिकारी के साथ मौके पर पहुंची। तहसीलदार तृप्ति गभेल और विजय केशरवानी के सामने बोरियों का फिर से नाम जोख किया गया। नाप तौल अधिकारी ने सभी बोरियों में साढ़े 41 किलो से अधिक धान पाया। उन्होने फड़ इंचार्ज से बोरियों में मिले अतिरिक्त धान का कारण पूछा। लेकिन फड़ इंजार्ज ने अपनी गलती मानने से इंकार कर दिया। 

 नाबालिकों धान की नाप तौल

           घूटकू समिति में धान का नाप तौल नाबालिगों के करवाया जाना भी पाया गया।  नाबालिगों ने कैमरे के सामने बताया कि फड़ इंचार्ज ने किसानों से 2 किलो अतिरिक्त धान लेने को कहा है। इसलिए हम किसी से 41 किलो 700 किलोग्राम तो किसी से 42 किलो धान ले रहे हैं। नाबालिगों ने कबूल किया कि पहले दिन से ही इतना ही धान लिया जा रहा है। बताते चलें कि नाबालिगों से काम लेना भी अपराध है। बावजूद इसके घुटकू में यह अपराध धड़ल्ले से चल रहा है।

फड़ इंजार्च ने आरोप से किया इंकार

          अधिकारियों और जिला कांग्रेस अध्यक्ष के सामने फड़ इंचार्ज ने सभी आरोपों से इंकार किया। गणेश नुनिया ने बताया कि किसान अपनी श्रद्धा से डेढ़ दो किलो धान देते हैं। इसलिए हम लोग बोरी में ही धान छोड़ देते हैं। किसी से अतिरिक्त धान की वसूली नहीं की है। 

 अधिकारी ने कराया नापतौल

             नाप तौल अधिकारी ने पाया कि सोमवार को खरीदे गए सभी धान की बोरियों में करीब डेढ से दो किलो धान अतिरिक्त है। जबकि दो दिन पहले की बोरियों में नाप तौल के दौरान धान की मात्रा लगभग 40 किलो 500 ग्राम ही पाया गया। इस दौरान नाप तौल अधिकारी ने स्वीकार किया कि किसानों से अतिरिक्त धान लिया जा रहा है।

प्रत्येक दिन 1800 क्विटंल धान खरीदी का लक्ष्य

          घुटकू सोसायटी प्रबंधक ने बताया कि प्रत्येक दिन 1800 क्विटंल धान खरीदी का लक्ष्य है। सोसायटी को कुल मिलाकर 72000 क्विटंल धान खरीदना है। अभी तक करीब 7000 क्विंटल से अधिक धान खरीदा  जा चुका है। 

               कयास लगाया जा सकता है कि अब तक कितना क्विंटल धान किसानों से दादागिरी टैक्स  के रूप में लिया जा चुका है। 

किसानों ने की जिला कांग्रेस अध्यक्ष से शिकायत

      जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि घुटकू समिति में धान बेचने पहुंचे कुछ किसानों से बदतमीजी की शिकायत मिली। किसानों ने झगड़ा का एक वीडियो भी भेजा। फोन से किसानों ने बताया कि फड़ इंचार्ज प्रत्येक किसानों से 2 किलो अतिरिक्त धान दबाव बनाकर ले रहा है। धान नहीं दिए जाने पर तौल नहीं करता है। या फिर मारपीट करने लगता है। फड़ इंचार्ज के अनुसार शासन ने किसानों से प्रत्येक बोरी 41 किलो से अधिक धान लेने को कहा है।

             शिकायत के बाद मौके पर पहुंचकर बोरियों का नाप जोख करवाया। शिकायत सही पायी गयी है। मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दिया। मौके पर पहुंचकर टीम ने किसानों की शिकायत को सही पाया है। फिलहाल कार्रवाई चल रही है।

 किसानों ने क्या कहा

              मौके पर मौजूद तुर्काडीह का किसान नारायण पटेल ने बताया कि एक दिन पहले घर से नापकर 38 क्विटंल धान बेचने आया। लेकिन फड़ इंचार्ज ने प्रत्येक बोरी में दो किलो धान अतिरिक्त लिया। विरोध करने पर गणेश नुनिया ने पिता से मारपीट करने लगा। किसी तरह धान को तौलवाया गया। मात्र 36 क्विंटल धान पाया गया। दो क्विंटल धान अतिरिक्त खाते में लिया गया। 

        तुर्काडीह का ही किसान कमल माथुर ने बताया कि सोमवार को सुबह धान बेचने गया। फड़ इंजार्ज और उसके गुंडा ने मारपीट किया। विरोध करने के बाद भी प्रत्येक बोरी 2 किलो धान लिया। इसी तरह सुशीला ने भी बताया कि घुटकू धान खरीदी केन्द्र में प्रत्येक बोरी दो किलो धान अलग से लिया जा रहा है।

 फड़ इंचार्ज को हटाने का आदेश

                 मौके पर पहुंची तहसीलदार ने कहा कि पंचनामा कार्रवाई के बाद उचित कदम उठाया  जाएगा। विजय केशरवानी से बातचीत के दौरान डीआरसीएस मंजुू महेन्द्र सिंह पाण्डेय ने बताया कि घुटकू में दूसरे व्यक्ति को तौल के लिए कहा गया था।  बहरहाल शिकायत के बाद प्रबंधक और प्राधिकृत अधिकारी को आदेश दिया है कि तत्काल फड इंचार्ज को हटाए। 

विवाद और घुटकू के बीच पुराना नाता 

              बताते चलें कि घुटकू का विवाद से पुराना नाता रहा है। हर बार धान खरीदी के समय विवाद होता ही है। जानकारी हो कि धान खरीदी और भुगतान नहीं होने को लेकर पांच साल पहले सीबीआई की जांच भी हुई थी। सोसायटी में किसानों का करोड़ों रूपयों को प्रबंधन ने मिलबांटकर खा लिया था। जांच पड़ताल के बाद किसानों को रूपया लौटाया गया। लेकिन आज भी कई किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।  

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