गर्मियों में दही का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है. ये एक बेहतरीन प्रोबायोटिक की तरह काम करता है. ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने का काम करता है. ये कैल्शियम और विटामिन डी (Curd Recipes) जैसे पोषक तत्व से भरपूर होता है. ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. ये शरीर (Curd) में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है. इसमें मौजूद अच्छे बैक्टीरिया इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं. आप गर्मियों में दही से बने कई तरह के व्यंजनों का सेवन कर सकते हैं.
छाछ
दही में पानी मिलाकर इसे हैंड ब्लेंडर से मिक्स करें. इसमें काला नमक, भुना हुआ जीरा, नमक और चाट मसाला डालें और परोसें. ये आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. इसे ठंडा करके परोसें. गर्मियों के लिए ये एक बेहतरीन ड्रिंक है.
दही चावल
ये दक्षिण भारत का एक लोकप्रिय व्यंजन है. इसे पके हुए चावल के साथ दही, भुनी हुई मूंगफली, कटा हुआ खीरा, प्याज, टमाटर, अनार के दाने, नमक, काली मिर्च और मूंगफली का तेल, जीरा, करी पत्ता और सरसों का तड़का लगाकर बनाया जाता है.
खीरा और लौकी का रायता
ये एक साइड डिश है. इसे कद्दूकस की हुई लौकी या खीरे में दही में मिलाकर बनाया जाता है. इसमें नमक, चीनी, काली मिर्च, भुना जीरा और लाल मिर्च पाउडर भी डाला जाता है.
दही इडली
ये एक स्नैक डिश है. इसे बनाना बहुत ही आसान है. स्टीम्ड इडली को फेंटे हुए दही में भिगोया जाता है. इसमें नमक, काला नमक, चाट मसाला, काली मिर्च, हरी चटनी और इमली की चटनी डाली जाती है.
लस्सी
ये दही, चीनी, गुलाब के शरबत और मेवों से बना एक स्वादिष्ट ड्रिंक है. गर्मियों में पिया जाने वाला ये एक लोकप्रिय ड्रिंक है. इसे ठंडा परोसा जाता है.
श्रीखंड
श्रीखंड दही से बनी एक पारंपरिक मिठाई है. इसे चीनी, केसर और इलायची पाउडर के साथ बनाया जाता है.
कढ़ी
दही से कढ़ी भी बनाई जाती है. खट्टा दही और बेसन को मिलाकर कढ़ी बनाई जाती है. इसमें तेल करी पत्ता, सूखी लाल मिर्च, नमक और हल्दी पाउडर मिलाकर तड़का लगाया जाता है. कढ़ी को चावल के साथ परोसा जाता है. ये आसानी से पचने वाला व्यंजन है.
कर्ड डिप
हंग कर्ड, स्प्रिंग अनियन, भुना हुआ लहसुन, टमाटर, नमक, काली मिर्च और लाल मिर्च से कर्ड डिप बनाया जाता है. इसे आप चिप्स, नाचोस और रोल के साथ परोस सकते हैं.
( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. सीजीवाल इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें.)