बिलापुर—शासन के लाख प्रयास के बाद भी अवैध प्लाटिंग का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा है। ताकतवर जमीन माफियों को सीएम के आदेश और निर्देश की परवाह भी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन माफिया बेखौफ होकर अवैध प्लाटिंग कर शासन प्रशासन को लाखों का फटका लगानेसे बाज नहीं आ रहे हैं। आश्चर्य तो इस बात की है कि मामले की जानकारी राजस्व के बड़े अधिकारी को बी नहीं है।
शहर से लगे लोखंडी गांव में व्यापक स्तर पर धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है। ताकतवर भू माफिया को ना तो सीएम के निर्देश की परवाह है। और ना ही कार्रवाई का भय ही है। बीच लोखण्डी बस्ती में प्रशासन के नाक के नीचे करीब 14 एकड़ से अधिक खेती की जमीन पर अवैध प्लाटिंग का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। मजेदार बात तो यहा कि इसकी जानकारी ना तो पटवारी को है और ना ही तहसीलदार को ही है। जानकर आश्चर्य होगा..लेकिन यह सच है।
निर्देशों की उडा रहे धज्जियां
जानकारी देते चलें कि कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिया था कि अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निर्देश के बाद भी जिले में अवैध प्लाटिंग करने वाले भूमाफियों का मनोबल टूटने की वजाय बढ़ता ही जा रहा है। जमीन माफिया किसानों को लालच देकर शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों की जमीन पर ना केवल धड़ल्ले से अवैध प्लाटिंग कर रहे है। बल्कि शासन को भारी भरकम राजस्व का फटका भी लगा रहे हैं।
14 एकड़ जमीन पर अवैध प्लाटिंग
इसी क्रम में लोखंडी स्थित सड़क से लगे बीच बस्ती स्थित करीब 14 एकड़ जमीन पर पिछले कई महीनों से अवैध प्लाटिंग का खेल चल रहा है। खेल इतना गुप्त चल रहा है कि इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को भी नहीं है। जमीन माफिया 14 एकड़ जमीन को टुकड़े टुकड़े में बेच रहे हैं। भू-माफियों ने बस्ती से घिरे जमीन की लेबलिंग ही नहीं बल्कि बिना टीएनसी अप्रूव्ड मुरूम बिछाकर कच्ची सड़क का निर्माण भी किया है। और प्लाट बेचते समय बताया जा रहा है कि निर्माणाधीन कालोनी टीएनसी अप्रूव़्ड है।
टीएनसी का दे रहे झांसा
जांच पड़ताल के दौरान जानकारी मिली कि लोखण्डी स्थित 14 एकड़ जमीन शहर के किसी रसूखदार की है। तीन से चार लोग मिलकर अवैध प्लाटिंग का काम कर रहे हैं। प्लाट बेचते समय भू- माफिया प्लाट खरीदने वालों को टीएनसी होने की झूठी जानकारी दे रहे हैं। और झांसे में आकर खरीददार जमीन खरीद भी रहे हैं।