बिलासपुर—छत्तीसगढ सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले समाज के लोगों ने कलेक्टर के हाथों राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखित शिकायत की है। आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि 9 अगस्त को दिल्ली स्थित जंतर मंतर में संविधान को जलाया गया। बाबा साहेब के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया। ऐसे लोगों को देशद्रोही घोषित कर फांसी की सजा दी जाए।
सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने बताया कि संविधान जलाने का काम जानबूझ कर ठीक आदिवासी दिवस के दिन किया गया। सोशल मीडियों को इसे सभी लोगों ने देखा है। यह जानते हुे भी कि जनजातीय समाज 9 अगस्त को त्योहार के रूप में मनाता है।संविधान में देश के सभी नागरिकों के हितों,मौलिक अधिकारों की आजादी दी गयी है। बावजूद इसके शासन स्तर पर देशद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना दुखद है।
आदिवासी समाज की मांग है कि भारत के पवित्र संविधान को जलाने वाले के खिलाफ फांसी की कार्रवाई हो।