भोपाल।कार्यक्रम में वही गलती दोहराने की कोशिशें शुरू होने वाली थीं, जो बीते सालों में होती रही हैं। गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों से जुड़े कर्मचारियों का दुर्भाग्य रहा है कि कभी उनके सवालों को गंभीरता से सरकार तक नहीं पहुंचाया गया, इनके आंदोलनों को काकस (गिरोह) बनाकर चलाया गया, जिसका मकसद काकस के लीडर को स्थापित करना होता था न कि कर्मचारियों के हितों को पूरा कराना।CGWALL.COM के WhatsApp GROUP से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ बनाकर पहली बार छोटे-छोटे कर्मचारी संगठनों के सवालों को उनके ही संगठनों के नेता की अगुआई में एकजुट होकर उठाया गया है, यह बात सभी संगठनों के नेताओं एवं उनके कर्मचारियों ने महसूस की।
किसी भी आंदोलन को तभी सही दिशा में चलाया जा सकता है, जब उस आंदोलन में सवालों पर फोकस रहे, कल हम इस काम में सफल रहे हैं, सरकार गौसेवक, मीटर वाचक, संविदा प्रेरक, कंप्यूटर आपरेटर, जन स्वास्थ्यरक्षक, अतिथि शिक्षक, सर्वेक्षण सहायक, जनभागीदारी के कर्मचारी एवं आउट सोर्स कर्मचारियों की तरफ सोचने एवं उनसे बातचीत करने की मानसिकता में पहुंची है।
बनाया गया प्लेट फार्म ईमानदार एवं स्वच्छ छवि के लोगों का मंच है, इसमें गलत और दलाल लोगो को तरह अंदर लाने की कोशिश हुई, उससे शासन-प्रशासन में गलत संदेश गया है, सुबह से ही कार्यक्रम पर गलत लोगो कब्जा करने तक की चाल चली, बाक्सरों के जरिए धमकाने की बात भी सामने आई, यह दुर्भाग्यजनक था, इससे नेक इरादों से किए जा रहे काम को नुकसान हो सकता है। पी सी शर्माजी तक ने कार्यक्रम में आने का इरादा बदल दिया था।
इस प्लेट फार्म बेकार किस्म और दलाल लोगो को शामिल नही किया जाएगा यह अच्छे लोगों का अच्छे मकसद के लिए बनाया गया प्लेट फार्म है, इसमें वे ही लोग रहेंगे जो ईमानदारी से अपने-अपने संवर्ग के लिए काम करना चाहते हैं। गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ के मंच पर रहना है, उनका स्वागत है।
अंत में
पहला बात. मुख्यमंत्री से संगठन की बातचीत प्रस्तावित है, वह होगी और जल्दी होगी, जिसमें कुछ सकारात्मक नतीजे निकलेंगे, समय और तारीख मिलते ही अध्यक्षों को व्यक्तिगत सूचित कर दिया जाएगा, यह सीमित लोगों की बैठक होगी।
दूसरी बात, गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का चयन करन है, यह काम दो-तीन दिन में सभी से व्यक्तिगत बातचीत करके किया जाएगा, जिनकी घोषणा सीएम साहब से मुलाकात के बाद की जाएगी।
तीसरी बात, सरकार ने अपने प्लेट फार्म को गंभीरता से लिया है, उनके उठाए सवालों पर विचार चल रहा है, क्या क्या किया जा सकता है, सीएम साहब ऐसी सारी जानकारी जुटाकर अपुन लोगों से बातचीत करेंगे, ऐसी संभावना है।