मालगाड़ियों से तेल, कोयले की चोरी पर अब लगेगी लगाम, जानिए सरकार का ये मास्टर प्लान

Shri Mi
3 Min Read

Irctc, Railway, Indian Rail, Rail, Tatkal Reservation, Tatkal Booking, Tatkal Ticket, Booking Rules,,Indain Railway, Special Trains, Festival Month, Passengers, Indian Railways Irctcspecial, Trains,नईदिल्ली।सैटेलाइट से रेलगाड़ियों की रियल टाइम मॉनिटरिंग से अब न सिर्फ रेलयात्रियों को अपने गंतव्य पर पहुंचने की सही सूचना मिलेगी बल्कि मालगाड़ियों से तेल और कोयले की चोरी पर भी लगाम लगेगी. ट्रेनों के मूवमेंट पर अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सैटेलाइट की नजर होने से मालगाड़ियों को अनधिकृत स्टेशनों या आउटर सिग्नलनों पर रोक कर तेल और कोयले की चोरी करना अब मुश्किल हो जाएगा.CGWALL न्यूज के टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे

Join Our WhatsApp Group Join Now

इसरो के सैटेलाइट के जरिए कंट्रोल ऑफिस एप्लीकेशन सिस्टम में ट्रेनों के परिचालन की रियल टाइम मॉनिटरिंग शुरू हो गई है. इसके लिए 700 से ज्यादा ट्रेनों के इंजनों में जीपीएस सिस्टम लगाए गए हैं.

रेलवे को सबसे ज्यादा आमदनी मालगाड़ियों से होती है, खासतौर से कोयले और तेल (डीजल-पेट्रोल) की ढुलाई रेलवे की कमाई का एक बड़ा जरिया है. मगर, तेल और कोयले की चोरी की शिकायत अक्सर मिलती रहती है, जिसमें रेलवे के रनिंग स्टाफ, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), रेलवे स्टेशनों के लोकल कर्मचारी माफिया की मिलीभगत रहती है. आईपीएस अधिकारी और आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि नई तकनीक से उम्मीद है कि मालगाड़ियों से तेल और कोयले की चोरी पर लगाम लगेगी, क्योंकि रियल टाइम मॉनिटरिंग होने से अनधिकृत स्टेशनों पर या स्टेशनों के बीच में मालगाड़ियों को रोकना मुश्किल होगा.

कुमार ने कहा, “अब मालगाड़ियों को जानबूझकर अनधिकृत स्टेशनों पर या स्टेशनों के बीच में रोकना संभव नहीं होगा. अगर कोई मालगाड़ियों को रोककर चोरी को अंजाम देगा तो वह रंगे हाथों पकड़ा जाएगा.” गौरतलब है कि इससे पहले ट्रेनों के परिचालन की मॉनिटरिंग के लिए जो सिस्टम रहा है उसमें किसी स्टेशन विशेष से ट्रेनों के पास करने पर ही उसके बारे में पता चलता था कि ट्रेन कहां से गुजर रही है. दो स्टेशनों के बीच में रुकी ट्रेनों के बारे में पता नहीं चल पाता था कि वह ट्रेन कहां रुकी हुई है. मगर, सेटेलाइट की निगरानी के घेरे में आने के बाद ट्रेन की स्पीड और उसके पोजीशन के पल-पल की जानकारी मिलती रहेगी.

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close