बिलासपुर- बिलासा बाई केंवट हवाई अड्डे के नाईट लैडिंग सुविधा हेतु ईलेक्ट्रीक कार्य का टेंडर अंतिम रूप लेकर ग्वालियर की कंपनी मनीष इलेक्ट्रिकल इंटरप्राईजेस को मिला है। गौरतलब है कि इसके पहले 2 बार यह टेंडर तकनीकी कारणों से निरस्त हो गया और इसके कारण नाईट लैडिंग सुविधा कार्य में देरी हुई है।
हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि बिलासा बाई केंवट हवाई अड्डे में नाईट लैडिंग सुविधा हेतु गत नवम्बर से ही छत्तीसगढ़ शासन ने राशि जारी कर दी थी परन्तु फरवरी तक इसके टेंडर नहीं हो पाये थे। चुंकि यह कार्य दो टुकड़ो में सिविल और इलेक्ट्रिकल में अलग अलग होना था अतः इसके अलग-अलग टेंडर बुलाये गये थे।
मार्च के महीने में सिविल कार्य का टेंडर बिलासपुर की कंपनी भगवती इंटरप्राईजेश को मिल गया था जिन्होंने अपना काम प्रारंभ कर दिया और वर्तमान में रनवे के एक तरफ का मिट्टी कटिंग और ड्रेन निर्माण पूरा हो चुका है। वही इलेक्ट्रिक कार्य का टेंडर दो बार एक ही निविदाकार आने के कारण रद्द हो गया था। अब तीसरी बार में यह टेंडर अतिंम रूप से ठेकेदार चयन में कामयाब हुआ है और ग्वालियर की कंपनी को यह कार्य आवंटित हुआ है। समिति ने उम्मीद जाहिर की कि टेंडर निरस्त होने में व्यर्थ हुआ समय इलेक्ट्रिक कार्य में आड़े नही आयेगा और मनीष इंटरप्राइजेस तीन महीने की समय अवधि में यह कार्य पूरा कर लेगी।
हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने टर्मिनल बिल्डिंग विस्तार और अन्य कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि इनमें भी काम की रफ्तार बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। साथ ही टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर एक शौचालय और टी कैंटिन का निर्माण किया जाना आवश्यक है जिससे कि फ्लाईट का इंतजार करने वाले ड्राइवरों, सुरक्षा कर्मियों और यात्रियों को रिसीव करने गये व्यक्तियों को सुविधा मिल सके। वर्तमान प्लानिंग में उक्त शौचालय और कैंटिन दिखाई नहीं दे रहा है। समिति ने एयरपोर्ट प्रबंधन से इस दिशा में कार्य करने की अपील की है।
आज हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति का महाधरना जारी रहा और नगर के महापौर रामशरण यादव के अलावा आगमन के क्रम से सर्वश्री बद्री यादव, अशोक भण्डारी, समीर अहमद, महेश दुबे, रविन्द्र सिंह ठाकुर, दीपक कश्यप, अनिल गुलहरे, राकेश शर्मा, संजय पिल्ले, केशव गोरख, मनोज श्रीवास, अमर बजाज, गोपाल दुबे, संतोष पीपलवा, नवीन वर्मा, चन्द्रप्रकाश जायसवाल, शाबर अली, शाहबाज अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।