बिलासपुर।पेंटिंग का काम कर अपने परिवार का गुजारा करने वाले 41 साल के राजेश देवांगन की जिंदगी अब संघर्ष का पर्याय बन गई है। कभी सीढियों के सहारे ऊँची – ऊँची दिवारों पर चढकर रंग – रोगन करने वाले राजेश को अब जिंदगी का हर पल एक ऊँची चढ़ाई की मानिंद नजर आता है। ऐसे में सरकार के श्रम विभाग की एक योजना उसके लिए मददगार बनकर आई । जिसके तहत उसे 75 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई है। यह चेक संभागीय कमिश्नर सोनमणि वोरा ने उसे प्रदान किया।
राजेश देवांगन पेंटर का काम करता था। जिससे उसके परिवार का गुजर – बसर होता था ।लेकिन एक दिन काम के दौरान गिरने से उसके पैरों में गंभीर चोट लग गई। संक्रमण फैलने की वजह से उसके दोनों पैर काटने की नौबत आ गई। काम के दौरान अपने दोनों पैर गवाँ देने के बाद अब उसके सामने गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। राजेश ने सरकार के श्रम विभाग की योजना के तहत छत्तीसगढ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में अपना पंजियन कराया था। जिसके तहत स्थायी अपंगता होने पर सहायता राशि प्रदान करने का प्रवधान है। इस सिलसिले में श्रम विभाग की ओर से राजेश देवांगन को 75 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है। यह चेक संभागीय कमिश्नर सोनमणि वोरा ने बुधवार को प्रदान किया । इस मौके पर सहायक श्रमायुक्त अनिता गुप्ता,श्रम अधिकारी दीपक पाण्डे सहित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।जानकारी दी गई है कि इस योजना के तहत पिछले जनवरी से अब तक श्रमिकों को एक करोड़ पचीस लाख से अधिक की सहायता दी जा चुकी है।