भाटापारा शिक्षकों ने लगाया तात्कालीन बीईओ पर गंभीर आरोप…भ्रष्टाचार के खेल में अपनों को फंसाया..अब झाड़ रहा पल्ला

BHASKAR MISHRA
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बलौदा बाजार— जिले के विकासखंड भाटापारा में विभागीय जिम्मेदार अधिकारियों के प्रति गहरी नाराजगी सामने आ रही है। शिक्षको का आरोपी है कि अधिकारी गण और कुछ विघ्न संतोषियों की मिली भगत से उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दिसंबर जनवरी माह में सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति किए आदेश में तात्कालीन विकासखण्ड अधिकारी ने नियमों में गणित कर शिक्षकों के भविष्य के साथ गणित कर दिया है।
बलौदाबाजार भाटापारा के कुछ शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा अधिकारी कार्यालय से दिसम्बर जनवरी महीने में सहायक शिक्षकों की प्रधानपाठ के लिए पदोन्नति सूची जारी किया गया। सूची जारी होने से पहले जिला शिक्षा अधिकारी ने पोस्टिंग प्रक्रिया के दौरान पारदर्शिता को लेकर काउंसलिंग प्रक्रिया का पालन किया गया। लेकिन शिक्षकों को इस बात का अंदाजा भी नहीं हुआ कि भाटापारा विकासखंड के तत्तकालीन प्रभारी बीईओ के.के यदु  ने शासन के नियमो के साथ आंख मिचोली किया। भ्रष्टाचार की हद पार करते हुए शिक्षकों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ कर दिया।
 
पदोन्नति पर लटकी तलवार
जिला बलौदा बाजार के पीड़ित शिक्षकों ने  बताया कि तत्कालीन प्रभारी के के यदु की भ्रष्ट नीतियों के चलते कई लोगों की पदोन्नति लटक गयी है। सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक बने भाटापारा ब्लॉक के दर्जनों सहायक शिक्षको के भेंट चढ़ावे का ख्याल रखते हुए तत्कालीन बीईओ यदु ने स्थानीय ब्लाक में ही पोस्टिंग दिलाने का खेल खेला। प्रक्रिया के अनुसार निर्धारित सेटअप  से ज्यादा प्रधानपाठक बने जिले के सुदूर इलाके  कसडोल ब्लॉक में भेजे जाने के बाद सकते में आ गए हैं।
नियम खिलाफ पदोन्नति आदेश
यदु ने इस दौरान अपने ग्राहकों का पूरा ख्याल रखा। और स्कूल शिक्षा विभाग के कसडोल जाने के विरुद्ध पदोन्नत सहायक शिक्षकों को मूल सालों से रिलीविंग दिखाते हुए ऑफिस में ही ज्वाइन करा लिया। बात सामने आने से पहले संबंधित शिक्षकों को शासन के आदेश के विपरीत युद ने एकल शिक्षक स्कूल में भाटापारा में ही सेट कर प्रधान पाठक प्राथमिक शाला का बढ़ा वेतन देना शुरू कर दिया।
ज्वाइनिंग और री-कांउसिलिंग का खेल
मामले में सुगबुगाहट होते ही यदु ने दर्जनों सहायक शिक्षकों के वेतन रोकने की नौटंकी वाला आदेश भी जारी कर दिया। इसी बीच के के यदु का स्थानांतरण हो गया। इसके बाद जाल फंसे सहायक शिक्षक त्रिशंकु की तरह बीच में ही अटल गए।  बीईओ डीईओ ऑफिसो  घूमते चक्कर लगाते बात नहीं बनी तो री-काउंसलिंग के अभ्यावेदन के कारण जॉइनिंग में देरी का कारण गिनाते हुए आवेदन लगा दिया। जिला शिक्षा अधिकारी ने कुछ शिक्षकों को पदोन्नत  पोस्टिंग वाली स्कूल में जॉइनिंग के लिए निर्धारित 15 दिन की भीतर ज्वाइनिंग करने को कहा। जबकि ज्वाइनिंग करने की तारीख महीनों गुजर चुकी है।
माहिर खिलाड़ी अब झाड़ रहा पल्ला
पीड़ित कुछ शिक्षकों के अनुसार उनके साथ तत्कालीन बीईओ ने खुली ठगी किया है। मामले में अब  भ्रष्टाचार का माहिर खिलाड़ी यदु आरोप से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि यदि मामले को जिला शिक्षा अधिकारी ने समय पर पैसला नहीं लिया तो उन लोगों के साथ अन्याय होगा। लेकिन तात्कालीन बीईओ अभी भी रायपुर बंगले से डीईओ पर लगातार दबाव बनाकर गलत का समर्थन किया जा रहा है।
सख्त कार्रवाई की मांग
बहरहाल यह भी जानकारी मिल रही है कि कुछ सहायक शिक्षक प्रधान पाठक में हुई पदोन्नति को छोड़कर शिक्षक बनने की तैयारी में जुट गए हैं। प्रभावितों में शामिल कुछ लोगों ने स्पष्ट जांच की मांग करते हुए शिक्षको के भविष्य से खिलवाड़ करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं।
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