रायपुर।मंगलवार को भिलाई स्टील प्लांट में हादसे की खबर मिलते ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल अपना दौरा कार्यक्रम छोड़कर घायलों से मिलने सेक्टर 9 हॉस्पिटल पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया, मृतको के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य लाभ की कामना की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बीएसपी में हुये हादसे के लिये केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि मोदी सरकार के सरकारी कल-कारखानों उपक्रमों को निजीकरण करने की नियत और नीति के कारण ही इस प्रकार के गंभीर हादसे हो रहे है।
आजादी के बाद से मध्यभारत का सबसे बड़ा स्टील उत्पादक प्लांट बीएसपी बदइंतजामी से गुजर रहा है। मोदी सरकार जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत भिलाई स्टील प्लांट के रखरखाव व नवीनीकरण पर ध्यान नहीं दे रहे है। भिलाई स्टील प्लांट में जो हादसा हुआ है उसे समुचित सुरक्षा मानको के पालन कर रोका जा सकता था, लेकिन रोका नहीं गया। इन हादसों के बाद भिलाई स्टील प्लांट की विश्वसनीयता दागदार हुयी है और जनता की नजरों में बरसों से देश की सेवा कर रहे भिलाई स्टील प्लांट नकारा साबित हो रहा है।
मोदी सरकार आसानी से भिलाई स्टील प्लांट का निजीकरण कर अपने समर्पित उद्योगपति को सौप सके, जैसे छत्तीसगढ़ के बालको एल्युमीनियम प्लांट को लागत मूल्य से कम दामों में एनडीए की सरकार ने वेदांता ग्रुप के पास बेच दिया था, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि भिलाई में सुरक्षा मामले में लगातार लापरवाही बरती जा रही है, इसके पहले भी यहां पर हादसे हुये है। विश्वस्तरीय सुरक्षा मानको का पालन करने का दावा करने वाला भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन वहां काम करने वाले लोगों के सुरक्षा को लेकर कतई गंभीर नहीं है। हर बार हादसे के बाद बीएसपी प्रबंधन के सिर्फ लीपा-पोती में जुट जाता है।
हादसे के लिये जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही करने के बजाय जांच की एक लंबी प्रक्रिया अपनायी जाती है। जब तक पहले हो चुके हादसे की जांच पूरी हो उसके पहले दूसरा गंभीर हादसा बीएसपी में हो जाता है जिसमें जान-माल का फिर नुकसान होता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि पीड़ित परिवारों को पूरी सहायता मिलनी चाहिए। हादसे की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।
जो जिम्मेदार लोग है, उन्हें हटाकर न्यायिक जाँच होनी चाहिए। इस मामले पर लीपापोती न हो। सुरक्षा मानकों का कठोरता से पालन किया जाना चाहिये ताकि फिर भिलाई में कभी जनधन की हानि न हो। भिलाई का परिवार अब और हादसे बर्दाश्त नहीं करेगा। भिलाई छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश का गौरव है। ऐसे हादसे भिलाई की और भिलाई वालों की छवि धूमिल करते है।