CG Education -लगातार हो रही समीक्षा बैठक से शैक्षणिक व्यवस्था में आ रही है कसावट

Shri Mi
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जशपुरनगर।अब बोर्ड परीक्षा का समय नज़दीक आ गया है । सभी प्राचार्य एवं शिक्षक लगन और पूरी निष्ठा के साथ मेहनत कर अध्यापन कार्य संपादित करें । अतिरिक्त और संडे की कक्षा आवश्यकता अनुसार अनिवार्य रूप से लें। कम अच्छे बच्चों पर फोकस करते हुए लगातार लिखित अभ्यास कराएं और उनका मार्गदर्शन करें।

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उक्त बातें जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेन्द्र यादव ने जशपुर जिले के हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों की समीक्षा बैठक में कही । उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय के प्राचार्य कक्षा दसवीं और बारहवीं को पढ़ाने वाले शिक्षकों के साथ अपने अपने विद्यालय के लिए योजनाबद्ध तरीके से अच्छे बच्चे तथा कम अच्छे बच्चे के लिए उनके आवश्यकता अनुसार अध्यापन कराएं और लिखित अभ्यास कराने में फोकस करें।

सभी प्राचार्य समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए सभी निर्देश से विद्यालय के अन्य सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए। यशस्वी जशपुर कार्ययोजना के तहत् दिये गये दिशा निर्देश एवं मिशन-40 डेज का अक्षरश: पालन कराया जाना सुनिशि्चत करेंगे । यदि निरीक्षण के दौरान निर्देशों के अवहेलना की स्थिति पाई जाती है तो निश्चित ही अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी ।

श्री यादव ने कहा कि सभी शिक्षक अपने लेक्चर के विषय वस्तु की पूर्व तैयारी अनिवार्य रूप से करें ताकि वे बच्चों को अपना बेहतर दे सके । सभी विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने हेतु प्रति दिन अतिरिक्त कक्षा, उपचारात्मक कक्षा एवं सण्डे क्लास अनिवार्य रूप से लगाई जावे ।

संडे के दिन केवल औपचारिकता के लिए बच्चों को न बुलाए बल्कि कम से कम 4 घंटे के लिए बुलाएं और गणित, अंग्रेजी , विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई कराएं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा बैठक में विद्यालयों में कक्षा 10 वीं में विज्ञान एवं गणित एवं 12 वीं में भौतिक पढ़ाने वाले शिक्षक जिनका छःमाही परीक्षा में परिणाम खराब था उनसे एक एक कर चर्चा की गई एवं विषय में बेहतर परिणाम देने का निर्देश दिया गया ।

उन्होंने विषय शिक्षकों को अपनी क्षमता विकसित करने और पूरी तैयारी के साथ अध्यापन करने हेतु सख्त निर्देश दिए। बैठक में यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी द्वारा बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम हेतु सुझाव देते हुए कहा कि सभी प्राचार्य यह सुनिष्चित करें कि उनके विद्यालय के शिक्षक अपना शत् प्रतिशत बच्चों को दें । प्री बोर्ड प्रथम परीक्षा की उत्तर पुस्तिका के माध्यम से सभी विषय शिक्षक एक एक विद्यार्थियों की उत्तर लिखने की शैली और समीक्षा करें और यह देखें कि बच्चे गलती कहां कहां कर रहें । ऐसे चिन्हांकित विषय वस्तु का पुनः अध्यापन कराएं।

जिले में शिक्षा की गुणवत्ता उन्नयन के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्राचार्यों एवम खराब परीक्षा परिणाम वाले विषय शिक्षकों की समीक्षा बैठक ली जा रही है जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है । प्राचार्यों एवम शिक्षक पहले से कही अधिक निष्ठा के साथ कार्य करते हुए दिखाई दे रहें है और अपनी जिम्मेदारी को समझने लगे है।

यही कारण है की जिले के अधिकाशं हाई और हायर सेकंडरी विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा, उपचारात्मक कक्षा और संडे की कक्षा लगने लगी है जिसमे सभी शिक्षक गंभीरता पूर्वक अध्यापन कर रहे हैं। उक्त समीक्षा बैठक में जिले के ऐसे सभी प्राचार्य उपस्थित रहें जिनका परीक्षा फल जिले के औसत परीक्षा फल से कम रहा है।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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