CG ELECTION NEWS:( गिरिजेय ) “बदलबो… बदलबो….. प्रत्याशी ला बदलबो….. ।” यह लाइन उस खबर की है…. जिसमें छत्तीसगढ़ में गरियाबंद जिले के राजिम विधानसभा सीट में बीजेपी के संभावित उम्मीदवार के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं की नाराजगी का जिक्र किया गया है। एक तरफ बीजेपी की ओर से इस बार चुनाव में “अऊ नई साहिबो….. बदल के रहिबो….” का नारा पेश किया जा रहा है। दूसरी तरफ “बदलबो” की गूंज पार्टी के अंदर ही सुनाई देने लगी है। कुछ इसी तरह कोटा, धरसींवा, साजा ,सरायपाली,राजिम जैसे कई विधानसभा क्षेत्रों से भी सोशल मीडिया में हाल ही में ज़ारी लिस्ट में शामिल भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ विरोध की खबरें आ रही है। हालांकि एक तरफ इसे पार्टी के अंदर सहज प्रतिक्रिया मानी जा रही है । लेकिन सियासी हलकों में इसे बीजेपी के एक दांव के रूप में भी देखा जा रहा है । जिसके हिसाब से यह माना जा रहा है कि दूसरी सूची की खबर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बीजेपी ने एक तरह से लोगों का फीडबैक लेने की कोशिश की है। इससे मीडिया में चर्चा भी बनी और अब इस बात की भी संभावना है कि हाल ही में मीडिया में वायरल हुई भाजपा की लिस्ट में शामिल बहुत से नाम बदले भी जा सकते हैं।
सोशल मीडिया में कैसे आई सेकेंड लिस्ट …?
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की चर्चा के बीच बीजेपी ने काफी पहले अपनी पहली लिस्ट जारी कर एक तरह से उम्मीदवारों के चयन के मामले में एक बढ़िया स्ट्रोक खेल दिया था।अगस्त में ही ज़ारी हो चुकी पहली सूची में छत्तीसगढ़ के 21 उम्मीदवारों के नाम सामने आए थे। इसके बाद से दूसरी लिस्ट का इंतजार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में इस बार बीजेपी की तैयारी में पार्टी के परंपरागत तरीके में कुछ बदलाव भी देखा जा रहा है । जिसमें उम्मीदवार के चयन के सिलसिले में पार्टी के दूसरे राज्यों के नेता छत्तीसगढ़ भेजे जा रहे हैं ।जो अपने ढंग से संभावित उम्मीदवारों के नाम तलाशने में की कवायद कर रहे हैं। इसे लेकर लोगों का मन टटोलने की कोशिश भी हो रही है। इसी दौरान खबर आई कि इतवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग दिल्ली में हुई है । जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए थे। इस मीटिंग को लेकर यह भी खबर आई कि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट पर मुहर लगा दी है। अधिकारिक रूप से यह लिस्ट जल्दी ही जारी किए जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है। इसी बीच सोमवार बीजेपी की दूसरी लिस्ट में संभावित नाम को लेकर एक लिस्ट मीडिया में तेजी से वायरल हुई। कुछ जगह तो इस लिस्ट को एक तरह से फाइनल बताते हुए उसकी पूरी समीक्षा भी की गई। कयास बाजी से जुड़ी इस खबर को सच्चाई के करीब मानते हुए तमाम लोगों ने इसे सोशल मीडिया में भी वायरल किया।
बदलबो… बदलबो… का नारा कहां से उठा…. ?
हालांकि यह बात भी कही गई कि बीजेपी की लिस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे के बाद आधिकारिक रूप से जारी हो सकती है। इस हिसाब से पीएम 3 अक्टूबर को बस्तर का दौरा कर चुके हैं और अब कभी भी लिस्ट सामने आनी चाहिए। लेकिन यह लिस्ट सोशल मीडिया में तैरने के बाद अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से प्रतिक्रिया स्वरूप असंतोष की खबरें भी आने लगी। राजधानी रायपुर से सटे धरसींवा विधानसभा क्षेत्र में संभावित उम्मीदवार अनुज शर्मा के पुतले के साथ विरोध की खबर आई। इसी तरह बिलासपुर जिले के कोटा में प्रबल प्रताप सिंह के नाम को लेकर विरोध की खबर आई कि वहां लोग स्थानीय उम्मीदवार चाह रहे हैं। साजा सीट के विधानसभा सीट के संभावित उम्मीदवार ईश्वर साहू को लेकर भी इसी तरह की खबरें आई है। जिसमें कहा गया है कि साजा,धमधा, बेमेतरा इलाके के भाजपाई किसी पंचायत प्रतिनिधि को उम्मीदवार बनाए जाने की बात कर रहे हैं। गरियाबंद जिले के राजिम सीट से भी बदलबो… बदलबो… प्रत्याशी रोहित ला बदलबो….. के नारे के साथ भाजपाइयों के विरोध की खबर सामने आई। ऐसी ही खबरें सरायपाली से भी आई है।
कहीं फीडबैक लेने का दांव तो नहीं….?
इन खबरों के मद्देनज़र सियासी हल्कों में माना जा रहा है कि जैसा पहली सूची के बाद सरगुजा की लूंड्रा सीट से घोषित प्रत्याशी प्रबोध मिंज़ के खिलाफ विरोध के स्वर सुनाई दिए थे। इस तरह की स्वभाविक प्रतिक्रिया बीजेपी की दूसरी संभावित सूची को लेकर भी हो रही है। लेकिन दूसरी तरफ इसे भाजपा के चुनवी दांव के रूप में भी देखा जा रहा है। ऐसा मानने वालों का अपना नज़रिया है कि सोशल मीडिया ज़रिए यह लिस्ट आम लोगों तक पहुंचने का बाद बीजेपी ने एक तरह से इलाके के लोगों और अपने कार्यकर्ताओं का फीडबैक लेने की कोशिश की है। जिससे संभावित उम्मीदवार को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ सके और आने वाले समय में सूची लिस्ट फाइनल करते समय इस फीडबैक का इस्तेमाल किया जा सके। वैसे टिकट का हल्ला होने के बाद दो-तीन दिनों से बीजेपी को मीडिया और सोशल मीडिया में जगह मिलती रही है। मीडिया में बने रहने के लिए भी यह एक तरह से अच्छा दांव हो सकता है।
बदल सकते हैं… वायरल लिस्ट के कई नाम….?
लेकिन सोशल मीडिया में सेकेंड लिस्ट के नाम पर सूची जाहिर होने और प्रतिक्रियाएं सामने आने के बाद यह भी माना जा रहा है कि बीजेपी की फाइनल सूची हाल ही में वायरल हुई लिस्ट से अलहदा हो सकती है। मुमकिन है कि इस लिस्ट में शामिल कई नाम बदले जा सकते हैं। कुछ सीटों पर अदला-बदली भी हो सकती है। बात तो यह भी कही जा रही है कि छत्तीसगढ़ में संभावित सूची वायरल होने के साथ ही यह भी कहा गया था कि भाजपा ने 2018 के चुनाव में जीत कर आए अपने सभी विधायकों को फिर से टिकट देने का मन बनाया है। इसके पीछे यह वजह बताई गई कि विपरीत हालात में चुनाव जीतकर आने वाले भाजपा विधायकों को फिर से टिकट देकर उनके प्रति भरोसा जताया जा सकता है। लेकिन इस मुद्दे पर भी सामने आ रहे फीडबैक को देखते हुए कुछ विधायकों की भी टिकट कट जाए तो हैरत की बात नहीं होगी। इसी दौरान सिंधी समाज की प्रतिक्रियाओं से जुड़ी खबरें भी सामने आई है। जिसमें कहा गया है कि सिंधी समाज भी टिकट चाह रहा है। छत्तीसगढ़ में रायपुर से श्रीचंद सुंदरानी पहले बीजेपी के विधायक रहे।समाज को रायपुर में उन्हें या कोई नया उम्मीदवार दिए जाने की उम्मीद थी। लेकिन लिस्ट में सिंधी समाज से किसी भी उम्मीदवार का नाम शामिल नहीं होने से लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया जताई है। इसी तरह धरसींवा सीट से देवजी भाई पटेल का नाम नहीं आने से गुजराती समाज की ओर से भी प्रतिक्रिया आ रही है । इसे भी फीडबैक के रूप में देखा जा रहा है और वायरल हुई लिस्ट में बदलाव की संभावनाओं को इससे भी बल मिल रहा है। लेकिन “बदलबो… बदलबो” का नारा कितना कारगर होगा… इसे लेकर सही तस्वीर आने वाले दिनों में ही साफ हो सकती है।।
अरुण साव बोले- वायरल लिस्ट अधिकृत नही…
बुधवार को ख़बर आई कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने स्पष्ट किया है कि मीडिया में वायरल हो रही बीजेपी उम्मीदवारों की सेकेंड लिस्ट अधिकृत नहीं है। मीडिया ख़बरों के मुताब़िक श्री साव ने कहा है कि बीजेपी की कोई लिस्ट अभी ज़ारी नहीं हुई है। अभी केवल चर्चा हुई है।