अध्यक्ष को बिना नोटिस सीधा निलंबन,धरना प्रदर्शन के मूड में शिक्षक फेडरेशन

Shri Mi
5 Min Read

राजनांदगांव।राजनांदगांव जिला शिक्षा अधिकारी का छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा को
बिना नोटिस के डायरेक्ट निलंबन का आदेश जारी करना प्रदेश के सहायक शिक्षको समझ नही आ रहा है। शिक्षक कई चश्मो से इस निलंबन की कार्यवाही को देख रहे है। इस निलंबन की गूँज अब पूरे प्रदेश में सुनाई देने वाली है।शुक्रवार को फेडरेशन के संभाग के कई पदाधिकारी राजनांदगांव में इकट्ठा होने वाले है। जो जिला इकाई के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन करने वाले है।जिसकी सूचना अपने अपने कार्यालय को दे दी गई है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

शिक्षको का मानना है कि 18 दिन के सहायक शिक्षको की हड़ताल से प्रदेश भर में चर्चा में आये शिक्षक नेता मनीष मिश्रा शिक्षा विभाग में सबसे अधिक टारगेट व्यक्ति रहे है। ऐसा लगता है कि जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी मनीष मिश्रा की गलतियां खोज रहे थे। और मौका पा कर चौका मारने का काम किये है। जो शिक्षक नेताओं पर दबाव बनाने का एक प्रमुख हथियार रहा है।

शिक्षकों की माने तो अभी भले ही पदोन्नति का मामला न्यायालय में लंबित है। पर संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा दुर्ग और जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार की शिक्षक और सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की योजना को डीपीआई के गाइडलाइन के तहत दिए गए तय समय में पूरा करने में पहले ही नाकाम हो चुका है। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए कर्मचारी संगठनों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का छीनने का प्रयास कर रहा है। जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।शिक्षक इसके लिए सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक आवाज बुलंद करने वाले है।

मामले पर अपना पक्ष रखते हुए छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के मीडिया प्रभारी राजू टंडन ने प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा एवं दुर्ग संभाग के संगठन टीम के साथ जेडी कार्यालय में जो टाइम टेबल निर्धारित किया गया था उस हिसाब से प्रमोशन की जो प्रक्रिया है वह लेट हो चुका है जिसके संबंध में चर्चा के लिए गए थे। इसके अलावा प्रमोशन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पारदर्शिता के साथ पूरी करने की मांग की गई।जिसमे काउंसलिंग की मांग सबसे मुख्य विषय थी। जो संयुक्त संचालक को नागवार गुजरी । कमियां गिनाते हुए संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव को निर्देशित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा के ऊपर निलंबन की कार्यवाही की गई है। जो नियम विरुद्ध है।

शिक्षक नेता का कहना है कि किसी भी प्रकार की कार्यवाही किया जाता है तो नोटिस जारी किया जाता है मनीष मिश्रा को किसी प्रकार का कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है यह पूरी तरह से जो है अधिकारियों की लापरवाही ,अपने जिम्मेदारी से हटते हुए, अपने स्वयं के कार्यों को अच्छे से ना कर पदाधिकारियों के ऊपर कार्यवाही निश्चित रूप से अनुचित है।

राजू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के समस्त 109000 सहायक शिक्षक मनीष मिश्रा पर।हुई कार्यवाही की घोर निंदा करता है और यदि शासन द्वारा तत्काल मनीष मिश्रा को बहाल नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी दुर्ग संभाग के जेडी जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव एवं शासन प्रशासन पर होगी।

राजू टंडन ने बताया कि इसी संबंध में आज दुर्ग संभाग के प्रांतीय पदाधिकारी जिला अध्यक्ष गण ब्लॉक पदाधिकारी गण की बैठक वर्चुअल रखा गया जिसमें समस्त पदाधिकारियों द्वारा निर्णय लिया गया की 18 फरवरी 2022 को एक दिवसी मनीष मिश्रा के निलंबन की कार्यवाही को वापस करने के संबंध में धरना प्रदर्शन जिला राजनांदगांव में किया जाएगा जिसमें हजारों सहायक शिक्षक शामिल होंगे और आने वाले समय में यदि तत्काल मनीष मिश्रा को बहाल नहीं किया गया तो समस्त 109000 सहायक शिक्षक आंदोलन की ओर जाएंगे जब तक मनीष मिश्रा की निलंबन की कार्यवाही शुन्य नहीं की जाती तब तक आंदोलन किया जाएगा।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close