CG NEWS: हज़रत मदार शाह बाबा का उर्सः कौमी एकता की मिसाल… इतिहास से अब तक एक नज़र – फ़िरोज़ कुरैशी की कलम से

Chief Editor
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जरत मदार शाह बाबा पुलिस लाइन बिलासपुर का सालाना उर्स इस साल भी 11 मई से अपनी परंपरा के अनुसार मनाया जा रहा है। इस साल उर्स का 72 वां वर्ष है। पुलिस ग्राउंड की सबसे बड़ी विशेषता है कि शहर के मध्य भव्य रुप से मैदान उपलब्ध है । यहां सन् 1949 से उर्स प्रारंभ हुआ तो अब़ तक़ ज़ारी है । अकस्मात पानी, बादल ,आंधी ,बारिश से जरूर अवरोध उत्पन्न हुआ जो कि क्षणिक रहा। कौमी एकता के रूप में मनाए जाने वाले सालाना उर्स में हर धर्म- मजहब- समाज के लोग अपनी विचारधारा से ऊपर उठकर सहयोग प्रदान करते हैं।  पं. मुरलीधर मिश्रा पूर्व विधायक तखतपुर इस उर्स कमेटी के 5-6 वर्ष तक अध्यक्ष रहे। लगभग 40 वर्षों तक अपने जीवन के अंतिम क्षण तक बीआर यादव भी अध्यक्ष रहे। उनके निधन के पश्चात कमेटी के अध्यक्ष लोरमी विधायक ठाकुर धर्मजीत सिंह है।

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सर्वप्रथम आजादी मिलने के बाद सन 1948 -49 में गोंड़पारा निवासी स्व. बशीर अहमद कुरेशी ओनर कंबाइन ट्रांसपोर्ट सर्विस पूर्व विधायक के मार्गदर्शन व अध्यक्षता में पहला उर्स प्रारंभ हुआ था। जिसमें शहर के प्रमुख लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई  ।जिसमें प्रमुख रूप प्रमुख थे स्व. के. जी. अंसारी पूर्व पार्षद, स्व. हाजी अब्दुल वहाब उल्ला खान ( दादा भाई ), स्व. शमशेर अली, स्व. हाजी रहमतुल्लाह खान ( बाबा भाई ), अब्दुल फहीम खान, स्व. अलीम बख़्श कुरेशी, स्व. दशरथ सिंह ठाकुर, स्व. अब्दुल सत्तार खान  ( छोटे भैया ) शामिल रहे। सन 1971 में  बशीर अहमद कुरैशी के निधन के पश्चात पं. मुरलीधर मिश्रा अध्यक्ष बने। जिनका कार्यकाल कुछ वर्षों तक रहा । कमेटी में कई युवा लोग रहे । जिसमें  कपूर चंद गुप्ता, एहसान अली मुंशी, हाजी रियाज मिस्त्री, जुम्मन मिस्त्री ओम नगर, सगीर बाबू ,मिर्जा बेगू भैया, दशरथ सिंह ठाकुर आदि प्रमुख थे। इसके बाद तीसरी कमेटी 1977 में विधायक तथा मंत्री बीआर यादव के नेतृत्व में बनी। जो सबसे लंबे समय तक करीब 40 वर्ष तक कार्यरत रही। श्री यादव अपने जीवन के अंतिम क्षण तक इस कमेटी के अध्यक्ष रहे। उनके कार्यकाल में नए लोगों को प्रोत्साहन मिला तथा उनके समर्थक सक्रिय लोगों को अवसर मिला। जिसमें एस ए कादिर, स्व. शेख़ गफ्फार, स्व. बशीर खान, स्व. हाजी नसरुल्लाह खान  (जाना भाई ) स्व. हाजी मिर्जा सलीम बेग, स्व. हाजी नजीर अशरफी प्रमुख रहे। इसके अतिरिक्त पुराने लोगों में स्व. नबी खान ,पापा भाई, स्व. सलीम भाई मोहरा वाले, स्व. मिर्ज़ा हसन ब़ेग, मूल सिंह ठाकुर, स्व. जनार्दन सिंथोलिया, जनाब हुसैन मेमन ,जनाब फिरोज कुरेशी तो पहले से ही सक्रिय रहे।

इसके कुछ वर्षों बाद सेक्रेटरी मूल सिंह ठाकुर के प्रयासों से कमेटी का पुनर्गठन किया गया । जिसमें मुर्तजा वनक, नरेश शाह, अजय जाजोदिया, श्याम बाबू ताम्रकार, सतनाम सिंह खनूजा, गिरधारी अग्रवाल, लक्ष्मी तावड़कर, राजू मेमन, अब्दुल अलीम खान, मोनू गुप्ता, शब्बीर खान, रियाजुद्दीन, निजामुद्दीन बंटी, फैजान मेमन, नवाब खान ,संजय गुप्ता बबलू ,गोल्डी सलूजा, मोहम्मद याकूब, रिजवी मिर्जा साजिद बेग, मिर्जा वसीम बेग, अन्नू भाई ,मूसा खान छोटे आदि सक्रिय रुप से सहयोग प्रदान कर रहे हैं। बीआर यादव के कार्यकाल में आस्ताने दरबार में छत निर्माण के लिए सार्थक प्रयास किया गया। कई बार कमेटी के वरिष्ठ लोग श्री यादव के आमंत्रण पर भोपाल जाकर उस समय के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह तथा दिग्विजय सिंह से मिले और काफी प्रयास किया गया। तब मुख्यमंत्री  समय-समय पर बिलासपुर आते थे तो उन्हें दरगाह में ले जाकर उनका स्वागत भी किया जाता था। स्थल का अवलोकन भी कराया जाता था । लेकिन सफलता नहीं मिली।

यहां यह बताना भी जरूरी है कि इस पुलिस ग्राउंड में आने जाने का मार्ग बहुत ही खराब था  । बरसात में पानी भरा रहता था और पानी निकासी भी नहीं होती थी। आस्ताना भी चारों तरफ से खुला मात्र 4 – 6 बल्लियों के सहारे 8 -10 टीने  में टिका था । चारों तरफ फर्सी पत्थर लगे थे। जिस कारण बरसात में पानी की बौछार भी अंदर तक पहुंचती थी। गर्मी के दिन में पत्थर पर खड़े रहना भी मुश्किल होता था । सिरहाने में नगरपालिका की मिट्टी तेल लाइट तीन बत्ती थी । उसे तत्कालीन कब्रिस्तान के तकिएदार शाम के समय जला कर चले जाया करते थे। उनके निधन के बाद यह कार्य उनके सुपुत्र जुम्मन शाह करते थे । जो 40 – 45 साल तक खादिम रहे ।रोज सायंकाल जलाने का कार्य मरी माई कब्रिस्तान के तत्कालीन तकिएदार उम्मेद भाई आकर करते थे। वे खादिम का भी कार्य अस्थाई रूप से देखते थे। उनके निधन के पश्चात उनके पुत्र जुम्मन शाह इस व्यवस्था को अंजाम देते थे । उसके साथ ही खादिम के रूप में ताउम्र कार्य करते रहे।

छत्तीसगढ़ राज्य बनते ही बाहर आई व्यवस्था बनी

सन 2001 में विधायक धर्मजीत सिंह के नर्मदा नगर निवास में कुछ साथी प्रातः बैठकर बातचीत कर रहे थे । इतने में उस समय के पुलिस अधीक्षक अशोक जुनेजा और जिला कलेक्टर राजेंद्र प्रसाद मंडल भी धर्मजीत सिंह के निवास पर पहुंचे। चाय -पानी और कुछ चर्चा के बाद धर्मजीत सिंह ने अशोक जुनेजा को कहा कि आपके पुलिस ग्राउंड में दरगाह है। बाबा जी की कृपा से सैकड़ों लोगों को छत मकान मिलता है और बड़ी अफसोस की बात है कि बाबाजी खुले में रहते हैं। कोई शेड चार दीवाल नहीं है। इसके लिए आप निर्माण की अनुमति क्यों नहीं देते । श्री जुनेजा ने कहा कि हमारे पास कोई अनुमति के लिए आया ही नहीं है। धर्मजीत सिंह ने कहा कि फिरोज भाई आप जाइए कमेटी के प्रमुख लोगों को इकट्ठा कर ज्ञापन बनाइए। कल सुबह 8 बजे हम सब एक साथ श्री जुनेजा के बंगले में चलेंगे। दूसरे दिन मैंने हाजी नबी खान, सलीम भाई मोहरा वाले, मूल सिंह ठाकुर, एस ए कादिर ,मुर्तुजा वनक को साथ लेकर पहुंचा। इसके बाद दूसरे दिन से वहां कार्य प्रारंभ हो गया । धर्मजीत सिंह ने श्री जुनेजा के बंगले से निकलते इतना कहा कि आपके ऊपर और मंडल साहब के ऊपर बाबा का आशीर्वाद और कृपा बनी रहेगी  ।आप पुलिस महकमे के सबसे उच्च पद पर और मंडल साहब भी शासन के सबसे महत्वपूर्ण पद पर काबिज होंगे । इस तरह जोश खरोश से आस्ताना जन सहयोग से बन गया। आज वहां आने जाने वालों को काफी सुख सुविधा भी मिलती है । दूसरी तरफ आर पी मंडल साहब भी सर्वोच्च पद पद पर आसीन हुए। आज अशोक जुनेजा पुलिस विभाग के सबसे बड़े पद पर कार्यरत हैं । इसी से ही किस्मत और आशीर्वाद कहते हैं।

बी.आर. यादव के निधन के बाद लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर को सर्वसम्मति से उर्स कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया।  पिछले 10 वर्ष हो चुके हैं उनके मार्गदर्शन में कमेटी पूर्व की अपेक्षा अधिक सक्रियता से आयोजन कर रही है।उनके नेतृत्व में मूल सिंह ठाकुर, सरपरस्त एस ए कादिर अध्यक्ष नरेश शाह, मुर्तुजा बनक, फिरोज कुरे,शी हुसैन मेमन, अब्दुल अलीम खान, राजू मेमन , निजामुद्दीन, अजय जाजोदिया, श्याम बाबू ताम्रकार, लक्ष्मी तावड़कर के साथ कुछ नए युवा लोग सक्रिय हैं। 11 मई को जूनी लाइन से संदल चादर का भव्य जुलूस निकाला गया। 12 मई शुक्रवार रात 10 बजे कव्वाली का प्रोग्राम आमिल आरिफ  मेरठ व फहीम गुलाम वारसी दिल्ली की मौजूदगी में होगा। उर्स के तीसरे दिन 13 मई शनिवार को रात 10 बजे मुराद आतिश बेंगलुरु और रईस अनीस साबरी बदायूं यूपी के मध्य कव्वाली का मुकाबला होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शहर के विधायक शैलेश पांडे होंगे और अध्यक्षता उर्स कमेटी के अध्यक्ष धर्मजीत सिंह ठाकुर विधायक लोरमी करेंगे।

मदार साहब बाबा पुलिस लाइन के उर्स मुबारक पर हिंदुस्तान के नामी – चुनिंदा बड़े कव्वाल कई बार अपना प्रोग्राम देकर वाहवाही लूट चुके हैं। आम जनता के आह्वान पर इन्हें बार-बार बुलाया जाता है। फिल्मी दुनिया से जुड़े इस्माइल आजाद, अब्दुल चाउस, युसूफ आजाद, रशीदा खातून ,शमीम बानो, पंडित राजाराम कव्वाल, शंकर शंभू, जानी बाबू ,अजीज नाजा, मजीद शोला, असलम आरिफ, टीना परवीन, असलम साबरी, जुनैद चिश्ती, चांद कादरी, अजीम नाजा, मुर्तजा अजीज नाजा, शमीम नईम, अजमेरी , मुराद आतिश ऐसे प्रसिद्ध कव्वालों ने प्रोग्राम देकर अपनी छाप छोड़ी और बिलासपुर  के कव्वाली प्रेमियों ने उनको हाथों-हाथ लिया ।

फिरोज कुरेशी ( कैंप- रियाद, सऊदी अरब )

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