Chhattisgarh Assembly Election: चुनावी लेखा-जोखा: भरतपुर सोनहत से 50 हज़ार से अधिक वोट लेकर जीते थे कांग्रेस उम्मीदवार गुलाब कमरो

Shri Mi
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Chhattisgarh Assembly Election 2023। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए अब कुछ महीने का समय बचा है.जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ बाकी दलों ने चुनावी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है.

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छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने साढ़े चार साल का समय करीब पूरा कर लिया है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं, जिसमें 71 में कांग्रेस, 14 में भाजपा, 3 में जनता कांग्रेस और 2 सीटों पर बसपा के विधायक हैं.

Chhattisgarh Assembly Election।2018 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब कांग्रेस के पास 68 सीटें थीं. इस बीच 5 उपचुनाव हो चुके हैं. इसमें दंतेवाड़ा, मरवाही और खैरागढ़ सीट कांग्रेस के कब्जे में रही . इस रिपोर्ट में हम विधानसभावार 2018 के चुनाव नतीजों पर विस्तार से यह देखेंगे कि किस सीट से किस किस पार्टी के प्रत्याशी मैदान में थे और उनकी स्थिति कैसी थी।शुरुआत विधानसभा क्रमांक एक भरतपुर सोनहत से।

भरतपुर सोनहत छत्तीसगढ़ की पहली विस है।साल 2018 में हुए चुनाव में इंडियन नेशनल कांग्रेस के गुलाब कमरों ने जीत दर्ज की थी। श्री कमरों को 51732 वोट मिले थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की चंपा देवी पावले को 16533 मतों से हराया था। श्रीमती पावले को 35199 वोट प्राप्त हुए थे।

Chhattisgarh Assembly Election।अन्य प्रत्याशियों की स्थिति देखे तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के श्याम सिंह मरकाम तीसरे नंबर पर रहे, को 26632,बसपा के कृष्णा चेरवा को 9689, नोटा को 3360, आम आदमी पार्टी की सुखमंती बाई को 2205, शरण सिंह  निर्दलीय थे उनको 1486,छत्तीसगढ़ विकास गंगा राष्ट्रीय पार्टी को  1409,भारतीय पंचायत पार्टी के मदनलाल को 837, पिछड़ा समाज पार्टी  यूनाइटेड की पूजा सिंह पोया को 626 वोट  मिले थे।

इस सीट पर 24 राउंड में मतों की गिनती पूर्ण हुई थी ।यहां से कुल 9 कैंडिडेट ने नॉमिनेशन फाइल किया था। जिसमें 6 पुरुष और 3 महिलाएं थी। मतों का प्रतिशत 83.93 रहा। यहां 310 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिसमें प्रति मतदान केंद्रों में औसत मतदाताओं की संख्या 512 थी।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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