बीजापुर-हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जगदलपुर और बीजापुर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही बासागुड़ा सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर जवानों से मुलाकात की। साथ ही नक्सल मुद्दे पर हाई लेवल मीटिंग के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया से चर्चा की। अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक ले जाएंगे। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर नक्सल संगठन ने अमित शाह के बस्तर से रवाना होते ही प्रेस नोट जारी किया है।नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय के नाम से जारी कथित प्रेस नोट सोशल मीडिया पर भी देखी जा रही है।जिसमें आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि अमित शाह देश के गृहमंत्री होने के बावजूद बीजापुर की तर्रेम घटना पर बदला लेने की असंवैधानिक बात कर रहे हैं। नक्सली संठगन ने अमित शाह के नक्सलियों के खात्मे की बात का खंडन करते हुए इसे उनकी बौखलाहट करार दिया है।
नक्सल प्रवक्ता ने सवाल किया है कि अमित शाह किस किस से बदला लेंगे? आगे लिखा है कि शोषित जनता और नक्सली अलग नहीं है और दिन ब दिन जनता क्रांति के चेतना प्राप्त कर पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ विभिन्न रूपों में संघर्ष कर रही है। नक्सल प्रवक्ता ने कहा है कि अमित शाह बदला लेने की छोड़ दिल्ली में घेरे बैठे किसानो किसानों की समस्या का देशभर की जनता को समाधान बताना है।
प्रेस नोट में टीसीओसी के दौरान हुए नुकसान एवं सफलता का दावा किया गया है। जनवरी से तीन अप्रैल तक माओवादी पार्टी के उन्मूलन के लक्ष्य से चलाई जा रही योजना समाधान के अंतर्गत जारी प्रहार ऑपरेशन में झारखंड 7, ओड़िसा से 1, दण्डकारण्य से 17, तेलंगाना से 1, मध्यप्रदेश से 2 इसी तरह 28 माओवादियों की मौत हूई है।