बिलासपुर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहां है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ का चावल खरीदे या ना खरीदे लेकिन धान खरीदी को लेकर हमने जनता से जो वादा किया है उसे पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री बिलासपुर के लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में आम सभा को संबोधित कर रहे थे ।उन्होंने आम सभा में यह भी कहा कि केंद्र की सरकार किसानों से उसका हक छीना चाह रही है। लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों के हित के लिए लगातार काम करती रहेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से शुरू की गई गोबर खरीदी योजना सहित कई योजनाओं से होने वाले फायदे के बारे में विस्तार से बताया.आम सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों के हित के लिए बनी है। सरकार का मानना है कि विकास का पैमाना वही होना चाहिए ,जिसका सपना छत्तीसगढ़ के लिए संघर्ष करने वाले सवालों ने देखा था। इसीलिए सरकार में आते ही पहले दिन ही किसानों की ऋण माफी और 25 00 रुपए में धान खरीदी का फैसला किया गया। जिससे किसान ऋण मुक्त हुए। इसी का नतीजा है कि किसानों के बीच खुशहाली आई। और कोरोना काल की मंदी के बावजूद छत्तीसगढ़ के बाजारों में बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त हुए। व्यापारियों को भी व्यापार करने का अवसर मिला।हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने यहाँ क्लिक करे व रहे खबरों से अपडेट
छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों को समृद्ध बनाना चाहती है। लेकिन भारत सरकार किसानों से उसका हक छीना चाह रही है। भारत सरकार ने कहा कि किसानों को बोनस दोगे तो छत्तीसगढ़ का चावल नहीं खरीदेंगे। इस पर हमने उन्हें जवाब दिया कि जब आप किसान सम्मान निधि दे सकते हैं तो हम उन्हें बोनस क्यों नहीं दे सकते। भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र की सरकार चाहे छत्तीसगढ़ का चावल खरीदे या ना खरीदे। लेकिन हम जनता से किया हुआ अपना वादा जरूर पूरा करेंगे ।
उन्होंने गोबर खरीदी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना का व्यापक का लाभ मिल रहा है। लोग गोबर बेचकर नई गाय और मोटरसाइकिल खरीद रहे हैं। लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है कि गोबर बेचने से गाय के चारा का खर्च मिल रहा है। जिससे दूध का पैसा पूरी तरह से बच रहा है। इस योजना की शुरुआत के बाद से लोगों ने घरों में गाय बांधना शुरू कर दिया है। इससे गौ सेवा होने लगी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शासन के दौरान छत्तीसगढ़ में 15 लाख लोग किसानी करते थे। लेकिन छत्तीसगढ़ की मौजूदा सरकार के किसान हित के फैसलों के कारण अब साढ़े इक्कीस लाख किसान खेती करने लगे हैं ।इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है ।उन्होंने कहा कि समृद्धि का यह रास्ता महात्मा गांधी का रास्ता है। जिस यह सपना हम पूरा करना करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने तार बाहर इंग्लिश मीडियम स्कूल का नाम करण शेख गफ्फार के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही बिलासपुर हवाई अड्डे का नाम बिलासा बाई केंवटीन के नाम पर करने की भी घोषणा की ।उन्होंने अरपा में बैराज बनाने की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि अरपा हर समय प्रवाह मान हो ।इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार आप की सरकार है ।सभी की सेवा करना और बिलासपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के विकास के लिए 24 घंटे सेवा में रहना हमारा संकल्प है।
कार्यक्रम को जिले के प्रभारी और प्रदेश के गृह पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ,कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, नगरी प्रशासन मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया, विधायक रश्मि सिंह, शैलेश पांडे ने भी संबोधित किया ।मंच पर महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान ,अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ,प्रदेश कांग्रेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ,महामंत्री अर्जुन तिवारी, पूर्व सांसद कमला मनहर, रामाधार कश्यप भी उपस्थित थे इस मौके पर कई योजनाओं के तहत हितग्राहियों को चेक भी बांटे गए।