कांग्रेस को छत्तीसगढ़ और एमपी जीतने का अनुमान, राजस्थान में बीजेपी का परचम लहराएगा : सर्वे

Shri Mi
3 Min Read

नई दिल्ली। एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल में कांग्रेस को छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जीत मिलने का अनुमान है। वह तेलंगाना में आगे चल रही है। जबकि, भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों में राजस्थान में जीत हासिल कर सकती है। मिजोरम में त्रिशंकु विधानसभा के आसार हैं। इन राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा सोमवार को चुनाव आयोग ने की।

Join Our WhatsApp Group Join Now

छत्तीसगढ़ और मिजोरम में 7 नवंबर से चुनाव हैं। छत्तीसगढ़ में दो फेज 7 और 17 नवंबर को मतदान होंगे। मध्य प्रदेश में मतदान 17 नवंबर, राजस्थान और तेलंगाना में 23 और 30 नवंबर को मतदान होगा। सभी राज्यों की मतगणना 3 दिसंबर को होगी।

ओपिनियन पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर कर सकती है। कांग्रेस को 230 सदस्यीय विधानसभा में 119 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2018 में अपनी पिछली 114 सीटों से पांच सीटें ज्यादा हासिल कर रही है। सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में 110 सीटें जीत सकती है।

आगामी विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सत्ता बरकरार रखने के लिए तैयार है। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस को 48 (45-51) सीटें मिलने का अनुमान है।

एबीपी-सीवोटर पोल के मौजूदा अनुमानों के मुताबिक राजस्थान में बीजेपी का परचम लहरा रहा है। भाजपा को 132 सीटें मिल सकती है, जो उसकी पिछली 73 की तुलना में 59 सीटों का भारी इजाफा दिखा रहा है। कांग्रेस को 64 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2018 की तुलना में 36 सीटें कम है।

पोल के मुताबिक तेलंगाना में कांग्रेस आगे चल रही है। लेकिन, अभी भी बहुमत से दूर है। तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है, जिसकी संख्या 119 सीटों की है।

कांग्रेस को 54 सीटें मिलने का अनुमान है, जो पिछली बार की 35 से ज्यादा है। सत्तारूढ़ बीआरएस को 49 सीटें मिलने का अनुमान है, जो उसकी पिछली 88 सीटों से काफी कम है।

मिजोरम में त्रिशंकु विधानसभा के आसार दिख रहे हैं। एमएनएफ पिछली 26 से 11 सीटें कम होकर 15 सीटों पर आ गई है। कांग्रेस के 12 सीटें जीतने का अनुमान है। जबकि, जेडपीएम को 11 सीटें मिल सकती है।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close