डूंगरपुर।कांग्रेस विधायक ने गणेश घोघरा ने अपना इस्तीफा दे दिया है. विधायक गणेश घोघरा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेजा है. विधायक घोघरा ने कहा जनता की आवाज उठाने पर उन्हें प्रशासन द्वारा दबाया जा रहा. साथ ही पार्टी में भी उनकी बात नहीं सुनी जा रही है. यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और मौजूदा विधायक गणेश घोघरा का कहना है कि वह क्षेत्र की जनता के कामों को लेकर अधिकारी के पास जाते हैं, लेकिन अधिकारी व्यस्त होने का बहाना बनाकर काम नहीं करते और ऊपर से हमारे खिलाफ शिकायत दर्ज करवाते हैं.
सत्तारूढ़ विधायक गणेश घोघरा ने बताया कि सरकार और प्रशासन में उनकी बात की अनदेखी हो रही है और जनता की आवाज को दबाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को अगर कोई दबा देगा तो मेरे रहने का क्या मतलब होगा. मैं जनता का प्रतिनिधि बनकर काम कराता हूं, लेकिन मेरी बातों को तव्वजो नहीं दी जा रही है. गौरतलब है कि मंगलवार को विधायक व ग्रामीणों ने एसडीएम व अन्य अधिकारियों को बंधक बनाया था. इसके बाद तहसीलदार ने सदर थाने में मामला दर्ज कराया था. विधायक सहित 50 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. 24 घंटे के बाद विधायक गणेश घोघरा ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है.
विधायक पर गैर कानूनी तरीके से पट्टा दिलाने का आरोप
जिले में पट्टे आवंटन को लेकर एसडीएम समेत सरकारी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को पंचायत भवन में बंद करने के मामले में यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक गणेश घोघरा के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया. तहसीलदार संजय सरपोटा ने सदर थाने में शिकायत में बताया कि सुरपुर पंचायत में मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग फॉलोअप शिविर चल रहा था.विधायक गणेश घोघरा समेत 50 से ज्यादा लोग आए. विधायक गणेश घोघरा ने गैर कानूनी तरीके से पंचायत के लोगों को कृषि भूमि का आवंटन और पट्टे देने के लिए दबाव बनाया. कानूनी रूप से ऐसा करने से मना कर दिया गया.