बिलासपुर जिले में गिरा अपराध का ग्राफ…पुलिस का दावा…इस तरह आयी 20 प्रतिशत कमी…हत्या, चाकूबाजी में भारी गिरावट

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— पुलिस प्रशासन ने दावा किया है कि बिलासपुर में लगातार अपराध का ग्राफ गिरा है। खासकर निजात अभियान के कारण नशे के कारोबार पर ना केवल अंकुश लगा है। बल्कि लगातार कार्रवाई से शांतिपूर्ण चुनाव में मदद भी मिली है। अभियान से दस महीनों में पिछले सालों की इसी अवधि की तुलना में आईपीसी के कुल अपराधों में 20 फीसदी की कमी आयी है। एनडीपीएस, आबकारी में ताबड़तोड़ कार्यवाही से कुल 3,861 प्रकरणों में 4,009 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस साल  पिछले साल की तुलना में मारपीट में 10 प्रतिशत, हत्या के प्रयास में 64, हत्या में 43,चाकूबाजी की घठना में 55, छेड़छाड़ के अपराध में 37 फीसदी कमी आयी है। जबकि चोरी के मामले में 23 प्रतिशत कम अपराध दर्ज हुआ है। नशे के खिलाफ जनमानस को जागरूकर करने  वृहद स्तर पर 3,412 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। काउंसिलिंग कर सैकड़ों लोगों को नशे की आदत से छुड़वाया गया है।

पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने जानकारी साझा किया कि निश्चित रूप से कुल अपराधों में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन 11,086 अपराध भी दर्ज हुए हैं। इसमें मुख्य रूप से एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी कार्यवाहियां भी शामिल हैं।

अभियान दौरान आबकारी के 3,698 प्रकरणों में कुल 3,804 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।  एनडीपीएस के 163 प्रकरणों में कुल 205 आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई हुई है। साथ ही 1.65 करोड़ रूपयों की नशीले तत्वों को जब्त किया गया है। आबकारी मामले में ज्यादातर शराब पीकर हुड़दंग करने वालों को गिरफ्तार किया गया है। कुल 33,818 लीटर अवैध शराब की जब्ती हुई है।

पुलिस कप्तान से मिली जानकारी के अनुसार कोटपा में 650 लोगों पर कार्यवाही हुई है। नशे की हालत में गाड़ी चलाने वाले 1,307 लोगों पर एमवी एक्ट के तहत अपराध दर्ज हुआ है। कोर्ट ने चालकों पर दस-दस हजार रुपए का भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया है।

नशे के खिलाफ जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर कुल 3,412 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।  सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर काउंसलिंग को अंजाम दिया गया। इनमें से ज्यादातर लोग आज नशे से दूरी बना चुके हैं।

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