आबकारी उपायुक्त घर से निकलते नहीं….चाटुकारों का सिंडिकेट चला रहा विभाग….बार संचालकों के साथ गुप्त बैठक में क्या हुई बातचीत..पढ़ें खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–एक बार फिर आबकारी विभाग बिना अधिकारी के संचालित हो रहा है। कहने को तो विभाग में एक उपायुक्त तो हैं..लेकिन घर से निकलने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि उन्हें बिलासपुर आबकारी विभाग रास नहीं आ रहा है। रायपुर ट्रांसफर को लेकर कोई कोर कसर भी नहीं छोड़ रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों की माने तो मौका पाकर विभाग के कुछ जूनियर अधिकारी और बाबूओं ने आबकारी विभाग पर कब्जा कर अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जूनियर अधिकारी और बाबू सिंडिकेट बनाकर बार संचालकों के साथ ना केवल गुप्त बैठक कर रहे हैं। बल्कि मनमानी करने का हिसाब किताब अपने हाथ में ले लिया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि बिलासपुर आबकारी विभाग की स्थिति देखकर उपायुक्त ना केवल सकते में है। बल्कि जल्द से जल्द बिलासपुर से रायपुर भागना भी चाहते हैं।

आबकारी विभाग में एक बार फिर बाबूओं और जूनियर अधिकारियों की बादशाहत शुरू हो गयी है। बताया जा रहा है कि नए नवेले डिप्टी कमिश्नर का मन भी विभागीय कर्मचारियों की कामकाज और मनमानी को देखकर बिलासपुर में नहीं लग रहा है। कार्यालय को घंटा दो घंटा देने का बाद उनका समय या तो अपने घर में बीत रहा है। या फिर रायपुर ट्रांसफर के प्रयास में कट रहा है। सूत्रों की माने तो नए नवेल डिप्टी कमिश्नर ने अपनी जिम्मेदारियो को विभाग के बदनाम जूनियर अधिकारी और कुछ बाबुओं के हवाले कर दिया है।

सूत्र ने बताया कि नए नवेले अधिकारी के आते ही दो एक जूनियर अधिकारी और बाबूओं ने सिंडिकेट बनाकर घेर लिया है। विभाग में खासा उलट पलट कर सिंडिकेट ने अपना जादू दिखाना भी शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार उपायुक्त ने सिंडीकेट की मनमानी को देखते हुए जल्द से जल्द बिलासपुर छोड़ने का मन बना लिया है। यही कारण है कि कार्यालय आते तो हैं लेकिन घंटा आधा घंटा बाद घर चले जाते हैं। और सारा काम घर से निपटाने में विश्वास रखते हैं। बताते चलें कि इन्ही हरकतों के कारण ईडी कार्रवाई के समय रायपुर मे उपायुक्त को ना केवल अपनी नाफरमानी का सजा भुगतना पड़ा है। बल्कि विभाग को भी संकट में डालने का काम किया। बिलासपुर आने के बाद भी आदत से मजबूर आबकारी उपायुक्त लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है। जिसके चलते बिलासपुर के चाटूकाखोरों के दिशा निर्देश में अपना काम कर रहे हैं।

बताते चलें कि कुछ दिनो पहले उपायुक्त की अनुपस्थिति में आबकारी के सिंडीकेट टीम ने कन्ट्रोल रूम में बार संचालकों के साथ बैठक किया। बकि बैठक लेने का अधिकारी उपायुक्त को है। लेकिन सारे नियम कायदों को दरकिनार जूनियर अधिकारी और बाबू की टीम ने बार संचालको के साथ ना केवल बैठक किया। बल्कि आवक को लेकर विशेष चिंता भी जाहिर किया। बैठक के दौरान जूनियर अधिकारी बाबुओं ने दो टूक कहा कि किसी को साहब से मिलने की जरूरत नहीं है। यदि किसी का बार संचालन से लेकर और शराब आपूर्ति में ऊपर नीचे करने की जरूरत पड़ी तो उसे अधिकारी से सम्पर्क करने की जरूरत नहीं है। जैसे पहले कभी हुआ करता था…उसी प्रक्रिया को अब लागू किया जाएगा।

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