Railway News-SECR के सेंट्रल हॉस्पिटल व हेल्थ यूनिट्स में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (HMIS) लागू

Shri Mi
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Railway News/बिलासपुर-अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली बेहतर अस्पताल प्रशासन और रोगी स्वास्थ्य सेवा के मूल उद्देश्य के साथ एक एकीकृत नैदानिक सूचना प्रणाली है । अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के कार्यान्वयन का जिम्मा रेलटेल को सौंपा गया है ।

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रेलटेल ने अब अस्पताल प्रशासन और रोगी स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए पूरे भारत में भारतीय रेलवे की 706 स्वास्थ्य सुविधाओं में इस एकीकृत नैदानिक सूचना प्रणाली को लागू किया है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सेंट्रल हॉस्पिटल सहित अन्य मंडलीय हॉस्पिटल  एवं हेल्थ यूनिट्स में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (HMIS) लागू किया जा चुका है ।चिकित्सा विशेषता और प्रयोगशालाओं के अनुसार नैदानिक डेटा को अनुकूलित करने से विस्तारित होती हैं । यह अस्पताल की सुविधा है जो चिकित्सा और अन्य उपकरणों के साथ क्रॉस परामर्श, सहज इंटरफ़ेस प्रदान करती है ।

मरीजों को अपने मोबाइल डिवाइस पर अपने सभी मेडिकल रिकॉर्ड तक पहुंचने का लाभ मिलता है । एचएमआईएस के 30 मॉड्यूल हैं जिनमें से 27 को कार्यान्वित किया जा चुका है ।

इनमें रजिस्ट्रेशन, ओपीडी डॉक्टर डेस्क, फार्मेसी, लैब मॉड्यूल, आईपीडी (क्लीनिकल), बायो मेडिकल इंजीनियरिंग विभाग, सिक/फिट सर्टिफिकेट, ट्रांसपोर्ट/एम्बुलेंस, सर्विस एरिया, ईएमआर (इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड), लॉन्ड्री, मोबाइल एप्लीकेशन, डाइट किचन, बाहरी रेफरल, ब्लड बैंक, ऑपरेशन थिएटर और एनेस्थीसिया और कतार प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में उपर्युक्त संदर्भित व्यवस्था में 18 मॉड्यूल लागू किया जा चुका है, जिनका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लगभग सभी रेलकर्मी एचएमआईएस के अंतर्गत अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं  ।

यह प्लेटफॉर्म कर्मचारियों की यूनिक मेडिकल आईडी से जुड़ा हुआ है, जिसके लिए भारतीय रेलवे द्वारा नियमित कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को लगभग 43 लाख यूएमआईडी कार्ड जारी किए गए हैं ।

अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली रोगी मोबाइल ऐप को ओपीडी पंजीकरण, डॉक्टर के नुस्खे, लैब रिपोर्ट आदि से संबंधित सभी जानकारी तक पहुंचने में मरीजों की मदद करने के लिए विकसित किया गया है । वे मोबाइल ऐप के माध्यम से बाहरी रेफरल को भी ट्रैक कर सकते हैं ।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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