क्या आपको पता है कि भारतीय रेलवे की ओर से छात्रों को किराए में छूट दिया जाता है? इसके साथ ही भारतीय रेलवे की ओर से दिव्यांग और मरीजों को भी किराए में छूट दिया जाता है। हालाकि कोविड-19 से पहले सीनियर सिटीजन को भी किराए में छूट दी जाती थी, लेकिन कोविड के दौरान इसे रोक दिया गया है।LATEST अपडेट के लिए हमारे TELEGRAM GROUP से जुड़े,क्लिक करे यहाँ
वहीं रेलवे की ओर से किसान, दिव्यांग, स्टूडेंट, चिकित्सा व्यवसायी, शहीदों की पत्नी, पुरुस्कार प्राप्त लोगों को छूट मिलती है। फिलहाल स्टूडेंट, मरीज और दिव्यांग को छूट दी जा रही है। रेलवे के एक बयान के मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों के किराए पर छूट को अभी रोका गया है, जो अनिश्चित समय के लिए है। इसे आने वाले समय में बहाल किया जा सकता है।
स्टूडेंट को किराए में छूट का नियम
स्टूडेंट को छूट केवल स्लीपर और 2एस क्लास के लिए दिया जाता है। जबकि ई-टिकट के लिए यह छूट वैलिड नहीं की गई है। छात्रों को किराए के छूट के रूप में रिफंड आईआरसीटीसी द्वारा अगले दिन वापस किया जाएगा और डिजिटल तरीके से उसके खाते में जमा किया जाएगा।
किसे कितना मिलता है छूट
- घर और शिक्षा के तौर पर जाने वाले छात्रों को जनरल कैटेगरी, सेकेंड कैटेगरी और स्लीपर क्लास में 50% और एमएसटी व क्यूएसटी में 50% की छूट दी जाती है।
- वहीं एससी / एसटी श्रेणी के लिए दूसरी और एसएल क्लास में 75% और एमएसटी और क्यूएसटी में 75% की छूट है।
- घर और स्कूल (एमएसटी) के बीच स्नातक स्तर की लड़कियों और 12 वीं कक्षा तक के लड़के (मदरसा के छात्रों सहित) को मुफ्त दूसरी क्लास में सफर की सुविधा है।
- सरकारी छात्रों और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल – स्टडी टूर के लिए साल में एक बार दूसरी क्लास में 75% की छूट दी जाती है। वहीं मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि के लिए राष्ट्रीय स्तर के स्कूल प्रवेश परीक्षा के लिए सेकेंड क्लास में 75% की छूट दी जाती है।
- यूपीएससी और केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोगों द्वारा आयोजित मुख्य लिखित परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए छूट द्वितीय श्रेणी में 50% है। भारत में पढ़ने वाले विदेशी छात्र के लिए सरकार द्वारा आयोजित शिविरों/सेमिनारों में भाग लेने के लिए यात्रा करना और छुट्टियों के दौरान भारत के ऐतिहासिक और अन्य महत्व के स्थानों की यात्रा करने पर दूसरी और स्लीपर क्लास में 50% की छूट है।
35 वर्ष की आयु तक के शोधार्थी को शोध कार्य के सिलसिले में यात्रा के लिए द्वितीय और स्लीपर श्रेणी में 50% की छूट दी जाती है। अधिकतम 150 किमी तक के सफर के लिए छात्रों के सीजन टिकट जारी किए जाते हैं।
छात्र से मासिक सीजन टिकटों पर वयस्क सीजन टिकट के किराए का आधा शुल्क लिया जाएगा और छात्र तिमाही सीजन टिकटों पर छात्र एमएसटी किराया का 2.7 गुना शुल्क लिया जाएगा।
ये एमएसटी/क्यूएसटी के तहत मान्यता प्राप्त संस्थानों के छात्रों को बिना किसी न्यूनतम शुल्क के जारी किए जाएंगे।
शर्त यह है कि जिन छात्रों को टिकट जारी किया जाता है, उनकी आयु सामान्य छात्र की आयु 25 वर्ष, अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों की आयु 27 वर्ष और शोधर्थी की आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।