kanker।कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने जिले के सभी तहसीलों में अभियान चलाकर 15 दिवस में सीमांकन प्रकरणों को निराकृत करने के लिए निर्देशित किया है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा करते हुए उन्होंने राजस्व रिकार्ड को अद्यतन रखने तथा राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश भी तहसीलदारों को दिये। नारंगी वन खण्डों का वन विभाग के साथ संयुक्त सर्वेक्षण कर 10 दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया। सभी एसडीएम को प्रत्येक माह पटवारियों की बैठक आयोजित कर राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करने तथा ग्राम पंचायतों के सरपंचों एवं सचिवों की बैठक लेकर विकास कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिये।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की समीक्षा करते हुए ऐसे धान खरीदी केन्द्र, जहां पर पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा खरीदी हुई है, वहां जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत स्वीकृत कचरा शेड निर्माण एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण में प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को समय पर पूरा कराने के लिए सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया। गौठानों में मछली पालन हेतु तालाब निर्माण की समीक्षा भी उनके द्वारा की गई।
कुपोषण मुक्ति के लिए सरपंचों को प्रोत्साहित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गांवों में आयोजित सामूहिक भोज में कुपोषित बच्चों को पहले भोजन कराने की पहल किया जावे।305 युवाओं को मिला निजी क्षेत्रों में नौकरीजिले के षिक्षित बेरोजगार युवाओं को कौषल प्रषिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा विषेष रूप से प्रयास किया जा रहा है, ताकि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
उन्होंने आज इसकी समीक्षा की जिसमे बताया गया कि चार महीने में लगभग 305 युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराया गया है। आगामी जनवरी माह में इसके लिए विषेष अभियान चलाने के निर्देष भी दिये गये, जिसके तहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायतों को क्लस्टर में बांटकर बेरोजगार युवाओं का चिन्हांकन किया जाकर उन्हे कौषल उन्नयन का प्रषिक्षण प्रदान कर रोजगार से जोड़ा जायेगा। बैठक मे अपर कलेक्टर एस. अहिरवार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर के.एस पैकरा, डिप्टी कलेक्टर अशोक मारबल सहित सभी एसडीएम एवं तहसीलदार उपस्थित थे।