बिलासपुर—नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा घुरवा गरवा बारी में जमकर घोटाला हुआ है। गौठान में 13 सौ और गोबर मे 269 करोड़ का घोटाला किया गया। राज्य सरकार से मांग है कि सीबीआई जांच करवाए। प्रदेश में कमोबेश सभी गौठानों की हालत बद से बदतर है। कहीं गौठान बन्द है तो कही गौठानों में एक भी गाय नहीं है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा किया। उन्होने आरोप लगया कि जाबो गौठान खोलबो पोल अभियान के दौरान मुख्यमंत्री की ड्रीम प्रोजेक्ट की सच्चाई सामने आ गयी है। इस दौरान भाजपा नेताओं ने करीब 948 गौठानों का निरीक्षण किया। कहीं गौठान बन्द तो कहीं मवेशियों की हालत बद से बदतर पाया गया।
चंदेल ने बताया कि गौठानो में गौमाता के लिए ना तो शेड है..और ना ही चारा…मवेशियों को पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था नहीं है। जहां गौठान खुला पाया भी गया..वह गौमाताओं की स्थिति मरणासन्न है।
चंदेल ने सवाल जवाब के दौरान बताया कि पामगढ़ के भैंसों, दुर्ग क्षेत्र में अब तक सैकड़ों गायों की मौत भूख और प्यास से हुई है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री और गृहमंत्री कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
नारायण चेंदेल ने कहा कि गौठानों में अब तक करीब 269 करोड़ रूपयों का घोटाला हुआ है। इसी तरह गोबर में 1300 करोड़ का घोटाला हुआ है। गौठानों में काम करने वाली महिला स्वसहायता समूह को कई महीनों से वेतन भी नहीं मिला है। हमारी मांग है कि प्रदेश सरकार मामले में सीबीआई जांच कराए।
भाजपा नेता ने बताया कि किसान परेशान है। सोसायटी से किसानों को किसानों का ही पैसा नहीं दिया जा रहा है। आम जनता सरकार से थक चुकी है। दरअसल जनता ने अब बदलाव का संकल्प ले लिया है।
रतनजोत से बड़ा या छोटा
क्या गोबर घोटाला रतनजोत घोटाले से बड़ा है या छोटा। चंदेल ने कहा कि रतनजोत घोटाला हुआ ही नहीं है। पांच साल से कांग्रेस रकी सरकार हैं। प्रदेश सरकार को जांच कराने से कौन रोका है। इस दौरान चंदेल ने नान और रतनजोत घोटाला के सवाल का अनदेखा भी किया।