मानिकचौरी गोलीकाण्ड..चलती ट्रेन से इलाहाबाद भाग रहे दोनो आरोपी गिरफ्तार..SP पारूल का खुलासा..तीसरा आरोपी भी पकड़ाया..पुलिस टीम का किया गया सम्मान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—दो दिन पहले यानि रविवार की रात्रि को पचपेढ़ी थाना के मानिकचौरी में गुटखा के नाम पर बच्चे को मौत के घाट उतारने वाले दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिय है। पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने खुलासा किया कि दोनो आरोपियों को ट्रेन से यात्रा करने के दौरान पकड़ा गया है। आरोपी उत्तरप्रदेश भाग रहे थे। आरोपियों से घटना में उपयोग हुई मोटससायकल और पिस्टल को बरामद किया गया है। आरोपियों ने हत्या किए जाने की वजह पूर्व की रंजिश को बताया। पूरे घटना क्रम में बलौदाबाजार पुलिस की भी अहम् भूमिका रही। 
 
                  पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने खुलासा किया कि मस्तूरी थाना के मानिकचौरी गोलीकांड के नामजद दोनो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की रिकार्ड कम समय में धर पकड़ में शामिल टीम को घोषणा के अनुसार 15 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
 
                         पुलिस कप्तान ने बताया कि 9 अक्टूबर की रात्रि करीब 9 बजे के आसपास ग्राम मानिकचौरी थाना पचपेड़ी में रहने वाले किराना दुकान संचालक मंगतूराम अजय के पुत्र अनीश अजय की गोली मारकर हत्या किए जाने की जानकारी मिली। परिजनों ने बताया कि भूपेन्द्र और नन्द किशोर साहू ने गुटखा के नाम मामुली विवाद पर पीड़ित परिवार के साथ मारपीट किया। इसी दौरान आरोपियों ने देशी पिस्टल से गोली चला कर नाबालिग अनिश अजय की हत्या कर दिया। 
 
पकड़े गए आरोपियों का नाम
01. भूपेन्द्र पोर्ते पिता लहूर सिंह पोर्ते उम्र 28 साल निवासी ग्राम रसेड़ा जिला बलौदाबाजार हाल मुकाम ग्राम
मानिकचौरी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर।
02. नंदकिशोर साहू पिता जोहित साहू उम्र 30 साल निवासी ग्राम मानिकचौरी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर।
03. बीर सिंह पिता शोभाराम साहू उम्र 30 साल निवासी ग्राम रसेड़ा जिला बलौदाबाजार।
 
मौके पर पहुंची पुलिस
 
             मामले की जानकारी पीड़ित परिजनों ने थाना पहुंचकर दी। जानकारी के बाद बिलासपुर समेत स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन के दौरान ग्रामीणो से आरोपियों के बारे में जानकारी को हासिल किया गया। दोनो आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 506, 323,307,302.201.120 बी 25.27 आर्म्स एक्ट का अपराध कायम किया गया। फरार आरोपियो की तत्काल पतासाजी के लिए टीम को अलर्ट किया गया।
 
ससुराल में मिला आरोपियों को संरक्षण
 
              छानबीन के दौरान दोनो आरोपियो के नाते रिश्तेदारों और छिपने के ठिकानों पर धावा बोला गया। सर्वप्रथम दोनो आरोपियो को संरक्षण देने वालों के बारे में पता लगाया गया। अभियान के दौारन जानकारी मिली कि दोनो आरोपी बलौदाबाजार स्थित ग्राम रसेड़ा में अपने ससुराल वीर सिंह साहू के यहां छिपे हैं। जानकारी मिलते ही रसेड़ा में धावा बोलकर वीर सिंह को पकड़ा गया। इस दौरान बलौदारबाजार पुलिस की भी मदद ली गयी।
 
ससुराल से इलाहाबाद की तरफ रवाना
 
                           पूछताछ पर वीरसिंह साहू ने बताया कि घटना की रात्रि के बाद दोनो आरोपी भुपेंद्र पोर्ते और नन्दू साहू रसेड़ा स्थित घर पहुंचे। दूसरे दिन यानि 10 अक्टूबर की सुबह फरारी के दौरान आरोपियो ने राहगीरो को कट्टा दिखा कर डराया धमकाया था। वीर सिंह साहू ने बताया कि दस अक्टूब की रात्रि 9 बजे दोनो भाटापारा रेल्वे स्टेशन जा कर सारनाथ एक्सप्रेस में बैठाकर इलाहाबाद के लिए रवाना किया।
 
चलती ट्रेन में पकड़ाए दोनो आरोपी
 
                  घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल को आरोपी भुपेन्द्र ने यूपी से खरीद कर लाया था। फिलहाल पिस्टल उसके पास है। पुलिस टीम ने संरक्षण देने वाले वीर सिंह से हासिल दोनो आरोपियो का हुलिया और फोटो व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल किया। स्थितियों के मद्देनजर आरोपियों को पकड़ने तत्काल तीन टीम का गठन किया गया। एक टीम को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में दूसरी टीम को उस्लापुर और तीसरी टीम को कोटा रेलवे स्टेशन में तैनात किया गया।
 
                          पारूल माथुर ने बताया कि उस्लापुर पहुंचने पर सारनाथ एक्सप्रेस की जनरल डिब्बे में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। आरोपी नंद किशोर साहू को बर्थ के नीचे से निकाला गया। लेकिन ट्रेन के चलने से  दूसरा आरोपी भूपेंद्र पोर्ते बच निकला। बावजूद इसके पुलिस टीम आरोपी की पतासाजी करते जनरल डिब्बे में बैठकर कोटा तक पहुंची। इस दौारन आरोपी भुपेंद्र भीड़ में लुकता छिपता दिखाई दिया। मौका मिलते ही आरोपी को तत्काल धर दबोचा गया।
 
गोली फंसने से बाल बाल बचा मंगतूराम अजय
 
 
                     दोनो आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि मृतक अनीश अजय और उनके पिता मंगतूराम अजय से होली और दो महीने पहले विवाद हुआ था। दोनो को खत्म करने के लिए बीर सिंह साहू के घर में दोनो को मारने का प्लान बनाया गया। घटना के दिन अनावश्यक विवाद किया गया।
 
                 पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपी भूपेन्द्र पोर्ते और नंद किशोर साहू ने सबसे पहले मृतक अनीश अजय पर गोली चलाया। इसके बाद मंगतूराम अजय पर फायर किया। लेकिन दूसरी गोली नहीं चली। और मंगतूराम बाल बाल बच गया। 
 
धरपकड़ में इनका विशेष योगदान
 
                  पूरी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल देव शर्मा, एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक हरविंदर सिंह, थाना
प्रभारी पचपेड़ी निरीक्षक मोहन भारद्वाज, थाना प्रभारी मस्तूरी प्रकाशकांत, थाना प्रभारी सिविल लाईन निरीक्षक श्री
परिवेश तिवारी, थाना प्रभारी सकरी उप0निरी श्री सागर पाठक, थाना प्रभारी तोरवा उप०निरी0 फैजूल होदा शाह, मल्हार
चौकी प्रभारी उप०निरी0 श्री प्रताप सिंह ठाकुर, सउनि. दाऊलाल बरेठ, प्र.आर. तेज कुमार रात्रे, आरक्षक हरिशंकर
चंद्रा, भूपेन्द्र सिंह, शिवधन बंजारे, सद्दाम पाटले, दिनेश धृतलहरे, एसीसीयू से :- उ0नि प्रसाद सिन्हा, उ.नि अजय वारे सउनि जीवन साहू, प्र.आर. बलबीर सिंह, प्र.आर. देवमुन पुहुप,आरक्षक हेमंत सिंह, आरक्षक दीपक उपाध्याय, विवेक सत्या पाटले, प्रशांत सिंह, राम सोनवानी, निखिल राव जाधव, विकास राम, दीपक यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही।
 
पुलिस टीम का सम्मान
 
          आरोपियों की धरपकड़ अभियान में शामिल पुलिस टीम को घोषणानुसार आईजी की तरफ से 10 हजार और पुलिस कप्तान की तरफ से 5 हजार रूपया ईनाम दिया गया। साथ ही सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
 
 
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