राज्योत्सव कार्यक्रम में मेयर का अपमान..तत्काल मंच ने किया सुधार..महापौर रामशरण ने कहा..यहीं पर ठीक हूं

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— 22 वां राज्योत्सव पुलिस मैदान में धूमधाम से मनाया गया। सरकार के 31 विभाग ने स्टाल लगाया। मुख्य अतिथि संसदीय सचिव ने सभी स्टाल का बारी बारी से निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय विधायक की अनुपस्थिति देखी गयी। जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने भी कार्यक्रम में शिरकत किया। सब कुछ ठीक होने के बावजूद मंच से शहर के प्रथम नागरिक को अपमान का सामना करना पड़ा। जानकारी के बाद मंच पर बैठे नेताओं में खलबली मच गयी। तब तक शहर के प्रथम नागरिक का अपमान हो चुका था।

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                      पुलिस लाइन मैदान में एक दिवसीय राज्योस्तव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह ने सभी स्टॉल का निरीक्षण किया। साथ ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी, सहकारी बैक के चेयरमैन प्रमोद नायक, कृषि उपज मण्डी बिल्हा अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला, भाजपा मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी, बिल्हा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष विक्रम सिंह समेत अन्य कांग्रेसी और भाजपा नेताओं ने भी स्टाल का निरीक्षण किया। निरीक्षण कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों ने मंच से भीड़ को संबोधित भी किया।

भूल गए शहर के पहले नागरिक को बुलाना

             निरीक्षण के बाद सभी अतिथियों को संचालक ने बारी बारी से मंच पर आमंत्रित किया। लेकिन भीड़ में बैठे मेयर रामशरण को नहीं बुलाया। बेफ्रिक्री इतनी की संचालक ने एक एक कर सभी अतिथियों का फूल माला और बुके से स्वागत कराया। बावजूद इसके किसी को इतना भी ध्यान नहीं रहा कि आमंत्रित अतिथि महापौर रामशरण यादव अब भी भीड़ में बैठे हैं।

                     इसी बीच किसी ने मेयर को बुलाने का इशारा किया। बात मंच पर बैठे अतिथियों को भी समझ आ गयी। तत्काल भूल सुधार करते हुए करीब दस मिनट बाद मेयर को सम्मान के साथ आमंत्रित किया गया। लेकिन मेयर ने मंच पर जाने से इंकार कर दिया।

मेयर ने कहा मैं यही पर ठीक

                  भारी लापरवाही को देखते हुए मंच से मुख्य अतिथि रश्मि आशीष सिंह समेत कांग्रेस अध्यक्ष केशरवानी और जिला प्रशासन के आलाधिकारियों ने मेयर को सम्मान के साथ आमंत्रित किया। लेकिन बुरी तरह अपमानित मेयर रामशरण ने कहा कि मैं यही भीड़ में ठीक हूं। कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाए। इसके बाद मंच से बात भीड़ तक पहुंच गयी। सहकारी बैंक चैयरमैन प्रमोद नायक समेत अन्य नेता और स्थानीय सिविल लाइन थाना प्रभारी व्हीआईपी भीड़ में बैठे मेयर तक पहुंचे। काफी मान मनौव्वल के बाद मेयर को मंच पर लाया गया। उन्हें सम्मानित भी किया।

 सफलता का टोटका..भीड़ में जमकर चर्चा

             घटना के बाद लोगों में चर्चा होना स्वभाविक है। लोगों को यह भी कहते सुना गया कि इस बार विधायक नहीं आए तो शहर के पहले नागरिक को अपमानित कर दिया। लगता है कि शुभकार्य में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए किसी व्हीआईपी को अपमानित करना बिलासपुर की जैसे परम्परा हो गयी है।

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